
जांच में पाया गया कि डॉ दुबे को चाइल्ड केयर प्लान नहीं बनाने, बच्चों को माता पिता से नहीं मिलने देना आदि का दोषी पाया गया। इसके आधार पर महिला एवं बाल विकास विभाग के उप सचिव रवीन्द्र सिंह ने बर्खास्त के आदेश जारी किए। इस बारे में डॉ दुबे का कहना है कि शासन ने मुझे हटा दिया है इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं। मुझे कोई आदेश नहीं मिला है। इधर संभागीय उप संचालक नकीजहां कुरैशी का कहना है कि दुबे को हटाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
यह है मामला
कमला नगर थाने में की गई शिकायत में युवती ने बताया कि 19 अगस्त 2015 को एक महिला ने फोन पर बहन को समिति को सुपुर्द करने की बात कही। इसके बाद वह अपने एमडी अनिमेष देवजानी के साथ बालिका गृह गई। यहां पर सीमा अग्रवाल उसे अंदर ले गई। जहां पहले से मौजूद बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष केएस दुबे ने कहा कि अपनी बहन की सुपुर्दगी चाहती हो तो कंप्रोमाइज करना होगा। युवती का आरोप है कि वहीं दुबे ने छेड़छाड़ की।