
उन्होंने कहा लेकिन मध्यप्रदेश के अध्यापक संवर्ग के सौतेले विभाग (शिक्षा विभाग) के वेतन निर्धारणकर्ता अधिकारियों द्वारा पुनः विगत पंद्रह -सत्रह वर्षों की भांति प्रदेश के मुखिया माननीय मुख्यमंत्री के निर्णय को ठेगा दिखाते हुए छटवे वेतनमान के नियमों को ताक मे रखते हुए अध्यापक संवर्ग के वेतन निर्धारण मे पुनः धोखा किया है.
जिसमें नियमानुसार सहायक अध्यापक का वेतन बैंड 5200-20200 ग्रेड पे 2400 का निर्धारण ग्रेड पे 2400 होने के कारण वेतन बैंड मे वेतन 7440 ग्रेड पे 2400 कुल प्रारंभिक वेतन 9840 119% महंगाई भत्ता होना था जबकि अध्यापक संवर्ग के शोषणकर्ता अधिकारियों द्वारा नियमों को ताक मे रखकर ग्रेड पे 1800 के आधार पर 5200 2400=7600 का वेतन निर्धारण किया जा रहा है जोकि इस न्यूनतम वेतन का छटवे वेतनमान की किसी टेबलमे उल्लेख ही नहीं है।
इसी प्रकार वरिष्ठ अध्यापको का ग्रेड पे 3600 ₹ होने पर 10230 3600 कुल न्यूनतम वेतन 13830 निर्धारित होना था लेकिन इनके द्वारा 9300 3600=12900 का वेतन निर्धारण किया गया जोकि छटवे वेतनमान के नियमों के विरुद्ध है। इसी प्रकार संबंधित अधिकारियों द्वारा अध्यापक संवर्ग की प्रथम नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता के आधार पर वेतन निर्धारण न करके अध्यापक संवर्ग के गठन दिनांक से वेतन निर्धारण करना और सहायक अध्यापक से अध्यापक एवं अध्यापक से वरिष्ठ अध्यापक पद पर पदोन्नति वेतनमान और सहायक अध्यापक, अध्यापक, वरिष्ठ अध्यापक के क्रमोन्नति वेतनमान मे अनेक विसंगति उत्पन्न करके मध्यप्रदेश सरकार और अध्यापक संवर्ग के बीच तनाव उत्पन्न करने की कोशिश की गई है।
सभी वेतन विसंगतियों के कारण 2007 फिर 2013 से प्रताड़ित एवं शोषित होते चले आ रहे हैं।हमारे अध्यापक संवर्ग के हजारों साथी इन विसंगतियों के कारण प्रताड़ित होते है और बार बार न्यायालय की शरण मे जाने के लिये बाध्य होते हैं।साथियो आजाद अध्यापक संघ मध्यप्रदेश इन वेतन विसंगतियों को लेकर 11 जनवरी को प्रदेश के मुखिया माननीय मुख्यमंत्री जी को अवगत कराएगा।
आजाद अध्यापक संघ के प्रांतीय सह सचिव रमेश सोनकर ने जानकारी देते हुए कहा है की प्रांताध्यक्ष ने सभी से आह्वान करते हुवे कहा है की अपने अपने जिले ब्लाक मे 10 जनवरी को बैठक आयोजित इस विसंगति पूर्णवेतनमान से प्रताड़ित सहायक अध्यापक, अध्यापक एवं वरिष्ठ अध्यापक की नाम ,पद ,संस्था का नाम, मोबाइल नंबर सहित सूची तैयार करे ।आजाद अध्यापक संघ माननीय मुख्यमंत्री जी पर भरोसा रखता है कि वे इस प्रकार की वेतन विसंगति मे जरूर हस्तक्षेप करेंगे । आप सभी तन मन धन से तैयार रहे ।हमें न्याय पाने के लिये जो भी कदम उठाने पड़ेंगे हम तैयार हैं ।