
बीएचईएल से रिटायर फखरू जमा खान (67) निजामुद्दीन कॉलोनी के मकान नंबर 40-ए में रहते थे। वे निजामुद्दीन गृह निर्माण सोसायटी के पूर्व अध्यक्ष थे। उनकी एक बेटी और पांच बेटे हैं। सबसे बड़े बेटे फसीहुज की इलेक्ट्रिकल्स की दुकान है। उनसे छोटा हसनेन दिल्ली में इंजीनियर है। मसीहुज एमबीए करने के बाद से बेरोजगार है, जबकि बदरू सेना में सिपाही है। सबसे छोटा बेटा फिरोज इन दिनों कुवैत में है। फखरू के समधी फारुख आजम ने बताया कि हसनेन गुरुवार सुबह दिल्ली से लौटा था। सभी मेला घूमने चले गए। फखरू और मसीहुज घर पर ही थे। तभी मसीहुज ने पिता से खर्च के लिए पैसे मांगे। इनकार किया तो लोहे की रॉड से उनके सिर पर 10 से ज्यादा वार कर दिए।