भोपाल। प्रदूषण कम करने के लिए शिवराज सरकार कार पूलिंग कराने की तैयारी में है। इसकी शुरुआत मुख्यमंत्री, मंत्रियों और आला अफसरों से होगी। एक क्षेत्र में रहने वाले मंत्री एक ही गाड़ी में कैबिनेट बैठक में पहुंचेंगे। अफसर भी समकक्षों के साथ मंत्रालय आएंगे। मुख्यमंत्री की मंशा है कि प्रदूषण रोकने की शुरुआत उच्चस्तर से होगी तो यह सोच आम आदमी तक पहुंचेगी।
भोपाल में मंत्रियों और अफसरों के घर चार इमली, 74 बंगले, 45 बंगले और श्यामला हिल्स में हैं। दो-तीन मंत्री मंत्रालय तक आने के लिए एक वाहन का उपयोग कर सकते हैं। इसी तरह अफसरों का मंत्रालय में पहुंचने का समय लगभग एक समान होता है। ऐसे में वे कार पूलिंग करने का बेहतर उदाहरण पेश कर सकते हैं।
बच्चों को दिलाएंगे शपथ, बस से ही आएं स्कूल
प्रदूषण कम करने की पहल के तहत स्कूल प्रबंधकों को भी अभियान में शामिल किया जाएगा। स्कूल प्रबंधन बच्चों को स्कूल आने के लिए निजी वाहन न लाने की सलाह देंगे। ऐसी व्यवस्था बनाई जाएगी कि ज्यादा से ज्यादा बच्चे बसों से स्कूल आएं।
कर्मचारी पब्लिक ट्रांसपोर्ट उपयोग करें
मुख्यमंत्री विभिन्न कर्मचारी संगठनों से अपील भी करेंगे कि दफ्तर आने-जाने के लिए वे पब्लिक ट्रांसपोर्ट इस्तेमाल करें। मंत्रालय, सतपुड़ा और विंध्याचल भवन स्थित विभागों के मुख्यालयों में कई कर्मचारियों ने आने और जाने के लिए टैक्सियां किराए पर ले रखी हैं।
प्रदूषण कम करने के लिए जागरुकता रैली
वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए रविवार को भोपाल में जागरुकता रैली व मैराथन आयोजित की जा रही है।