
अटेरोबे डॉट कॉम: आप इस वेबसाइट पर अपना पुराना मोबाइल फोन आसानी से बेच सकते हैं। इसके लिए आपको इस वेबसाइट पर अपना स्मार्टफोन सर्च करना है और उसके बाद आपको अपने हैंडसेट के बारे में कुछ सवालों का जवाब देना होगा। ये सवाल ऐसे होते है जैसे फोन कितना पुराना है, उसकी स्थिति क्या है, बस इतना ही।
एक बार फोन की डिटेलिंग हो जाने के बाद कंपनी आपको प्रोटेक्टिव पैकेजिंग भेजेगी जिसमें आपको अपने फोन को पैक करना होता है। इसके बाद कंपनी फोन को आपके घर से पिकअप करेगी। इसके बाद कंपनी फोन को अपने रूड़की के प्लान्ट में ले जाकर जांच करेगी। इसके बाद फोन की अंतिम कीमत तय की जाएगी। फिर कंपनी फाइनल डील के लिए आपसे संपर्क साधेगी। अगर आप ऑफर से संतुष्ट हैं तो कंपनी आपकी सुविधा के अनुसार या तो चेक भेजेगी या फिर पैसे को ऑनलाइन ट्रांसफर करेगी। इस प्रक्रिया में 2 से 3 दिन का समय लगता है।
कैशीफाई एप: कैशीफाई भी ऐसी जगह है जहां आप अपने पुराने स्मार्टफोन की सबसे अच्छी कीमत पर बेच सकते हैं। इस एप पर केवल फोन ही नहीं बल्कि वॉशिंग मशीन से लेकर लैपटॉप और गेमिंग कंसोल तक सभी गैजेट्स इस एप के जरिए अच्छे दाम पर बेच सकते हैं। इस एप की मदद से आप अपने गैजेट से जुड़े सवालों का जवाब भी दे सकते हैं।
लेकिन इसके लिए कैशीफाई एप को अपने हैंडसेट में डाउनलोड कर इंस्टॉल करना होगा। इसके बाद ऑन करते ही सबसे पहले आपको अपने डिवाइस का नाम डालना है। एप आपसे पूछेगा कि क्या आपका फोन ऑन है? आपको फोन करके यस पर क्लिक करके आगे बढना है। इसके बाद एप आपके फोन की स्थिति के बारे में पूछेगा। ऐसा करना फोन बेचने की प्रोसेस को आसान बनाता है। इस प्रोसेस से इस बात की जांच की जाती है कि आपके फोन का ब्लूटूथ, बैटरी, वाई-फाई और जीपीएस जैसे फीचर्स सही काम कर रहे हैं या नहीं।
इसके बाद आपको फोन का वॉल्युम और पावर बटन दबाने को कहा जाएगा। इसके बाद माइक्रोफोन की जांच के लिए आपको अपने फोन पर बात करनी होगी। इसके बाद आपके फोन के स्पीकर पर एक आवाज आएगी। आपसे पूछा जाएगा कि आपने उसे सुना या नहीं। इसके बाद हैंडसेट का टच रिस्पॉन्स चेक किया जाएगा। यह एप आपके कैमरे को टेस्ट करेगा और स्क्रीन पर डेड हो चुके पिक्सल्स को भी। इसके बाद आपको अपने फोन की उम्र बतानी होगी। बिल, चार्जर और अन्य एक्सेसरी के बारे में भी जानकारी देनी होगी।
यह प्रोसेस पूरी के बाद आप कैशीफाई बटन पर टैप करें। अंत में आपको अपना मोबाइल नंबर फीड करना है कि रीग्लोब फोन का पिकअप अरेंज करा सके। इसकी सबसे खास बात ये है कि कंपनी आपके हैंडसेट की जांच इस एप पर ही कर लेती है। हैंडसेट को कहीं भेजने की जरूरत नहीं होती है और पिकअप के समय ही यूजर को हैंडसेट की कीमत मिल जाती है।