
इस प्रकार के व्यवहार के कारण न्यायालय परिसर के नीम के पेड़ पर रहने वाला यह तोता अधिवक्ताओ, न्यायिक कर्मचारियों और आने वाले पक्षकारों के लिए कौतुहल के साथ जिज्ञासा का विषय बना हुआ है.
गौरतलब है देश के किसी भी न्यायालय के परिसर मे हथियार लाने की सख्त मनाई होती है. न्यायालय के आदेशों की पालना कराने के लिए जिम्मेदार कर्मचारी और अधिकारी तो इस और ध्यान नहीं देते हैं, लेकिन एक बेजुबान पक्षी शायद इस कानून की पालना कराने का संदेश देता नजर आता है.
परिसर मे जब भी कोई व्यक्ति किसी भी हथियार के साथ आता है तो तोता नीम के पेड़ पर सतर्क हो जाता है और पहले तो जोर-जोर से शोर मचाता है और वाद मे उसके पास आकर हथियार पर झपट पड़ता है. न्यायालय में बार ऐसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष सत्येन्द्र परमार का कहना है कि या तो तोता किसी बात से पीड़ित है या एक संदेश देना चहाता है कि अदालतों में लाठी डंडं नहीं लाए जाएं जो कानूनी नियम है. तोता उसका पालना कराना चाहता है.