भोपाल। 'भूमिपूजन से चुनाव नहीं जीते जाते हैं। मैंने 20 साल में अपने क्षेत्र में एक भी भूमिपूजन नहीं किया, फिर भी सर्वाधिक मतों से जीता।" ये प्रतिक्रिया है पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव की। दरअसल सोमवार को मंत्रालय में पत्रकारों ने उनसे विधायक ममता मीना से विवाद को लेकर सवाल पूछा था।
भार्गव ने कहा कि भूमिपूजन को लेकर सरकार और संगठन ने तय किया था कि एक स्थान पर ही भूमिपूजन कर पट्टिकाएं भिजवा दी जाए, इससे कार्यक्रमों का खर्च कम होगा और बताया जा सकेगा कि सरकार विकास के लिए कितना खर्च कर रही है। उन्होंने कहा कि चाचौड़ा विधायक ममता मीना का कार्यक्रम का बहिष्कार करना गोपाल भार्गव नहीं सरकार और पार्टी के खिलाफ है।
ज्ञात हो कि पिछले दिनों मीना ने प्रभारी मंत्री भार्गव के कार्यक्रम का बहिष्कार यह कहते हुए कर दिया था कि भूमिपूजन क्षेत्र में आकर करें। इसके बाद पहली बार मीडिया के सामने भार्गव ने कहा कि नाराज कोई भी हो सकता है लेकिन बात उचित होनी चाहिए। जिस तरह का विरोध सामने आया, वैसा तो प्रतिपक्ष के लोग भी नहीं करते हैं। यदि भूमिपूजन ही करते रहते हैं तो भी मंत्री की निंदा होती है कि मंत्री को कोई और काम ही नहीं बचा है।