
ज्ञापन तहसीलदार गोपाल सोनी को दिया गया, जिसमें बताया गया कि सरकार ने लंबे समय से संविदा शिक्षक प्रात्रता परीक्षा का आयोजन नहीं किया गया है, जिसके कारण कई युवा बेरोजगार बीएड-डीएड योग्यताधारी होने के बाद भी संविदा शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए पात्र नहीं है। ऐसे में सरकार शिक्षा का अधिकारी अधिनियम 2009 के पालन में पात्रता परीक्षा का आयोजन करना चाहिए, उसी के आधार पर संविदा शिक्षक भर्ती के लिए शिक्षकों का चयन किया जाना चाहिए। ताकि पारदर्शिता बनी रहे और योग्यता व प्रतिभा को मौका मिले।
पात्रता के अभाव में निकल रही है उम्र
वर्ष 2011 के बाद अब तक संविदा शिक्षक भर्ती पात्रता परीक्षा आयोजित नहीं होने के कारण बीएड-डीएड की योग्यता होने के बाद भी बेरोजगार सविंदा शिक्षक भर्ती में भाग नहीं ले पा रहे हैं और पात्रता के अभाव में उनकी उम्र निकलती जा रही है। ज्ञापन में मांग की गई शासन किसी एक पक्ष के हित में निर्णय न लेकर बीएड-डीएड योग्यताधारी बेरोजगारों के हितों को ध्यान में रखा जाएतथा संविदा शिक्षक भर्ती में योग्य व्यक्ति की नियुक्ति के नियम का पालन किया जाए।
इस अवसर पर एनएसयूआई जिलाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह राठौड ने बीएड-डीएड योग्यताधारी बेराजगार युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि एनएसयूआई हर कदम पर युवाओं और विद्यार्थियों के साथ है। विद्यार्थियों के हित में आंदोलन भी करना पड़ा तो उसके लिए तैयार हैं। ज्ञापन देने में एनएसयूआई जिलाध्यक्ष भानुप्रतापसिह राठोड़ , पूर्व पार्षद राजेश मंदोरिया, आशीष अग्रावत ,राहुल अहीर, शौक़ीन कारपेंटर , सुरेश राठौर , सुनील गेहलोत , बल्लू मंत्री , हरिओम कारपेंटर ,शुभम राठौर, प्रह्लाद सिंह, अजय सुथार , मोहन धनगर , कमल कारपेंटर, विकास पाटीदार, नीलेश जैन, मांगाराम प्रजापत ,रोहित पाटीदार ,सुमित जैन , ममता धाकड़,पूजा पाटीदार , रीना वर्मा , प्रिया शर्मा, सुनीता सूर्यवंशी, प्रभु पाटीदार , लोकेश पटेल , दीपक चंद्रावत , महेंद्र सिंह ,मो रफीक , राहुल सिंह , पर्वत सिंह ,मनोहर प्रजापत , दीपा अम्ब, मनीशा पाटीदार, शीला इंदौरा , शानू चंद्रावत आदि उपस्थित थे ।