34 रु पेट्रोल, 22 रु डीज़ल मिलना चाहिए था: सरकार ने फिर बढ़ा दिया TAX

नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में जारी गिरावट के मद्देनजर चौथी बार पेट्रोल तथा डीजल की दाम घटाए गए हैं लेकिन सरकार के पेट्रोल और डीजल के उत्पाद शुल्कों में लगातार बढ़ोतरी के कारण उपभोक्ताओं को दोनों पेट्रोलियम उत्पादों पर गिरावट का बहुत कम लाभ मिल सका है।

पेट्रोल की कीमत 32 पैसे तथा डीजल की 85 पैसे प्रति लीटर घटाई गई है। नई दरें प्रभावी हो गई लेकिन केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड ने एक अधिसूचना जारी कर कहा कि 16 जनवरी से डीजल का उत्पाद शुल्क 1.83 रुपए तथा पेट्रोल का 75 पैसे प्रति लीटर बढ़ा दिया गया है।

नवंबर से अब तक चौथी बार पेट्रोल तथा डीजल पर उत्पाद शुल्क बढ़ाए गए हैं। अब नॉन ब्रांडेड डीजल पर मूल उत्पाद शुल्क 10.19 रुपए प्रति लीटर से बढ़ाकर 12.02 रुपए प्रति लीटर कर दिया गया है, जबकि नान ब्रांडेड पेट्रोल पर मूल उत्पाद शुल्क 8.91 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 9.66 रुपये प्रति लीटर हो गया है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल 12 साल के निचले स्तर पर 30 डॉलर प्रति बैरल से नीचे उतर चुका है। साथ ही डॉलर के मुकाबले रुपये के सवा साल के निचले स्तर तक लुढ़क जाने से भी पेट्रोल-डीजल ज्यादा सस्ता नहीं हो सका।

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