राजस्थान। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के आखिरी दिन भारत में ब्रिटिश शासन पर भी चर्चा हुई. फ्रंट लॉन में हुए 'ऑन एम्पॉयर' सत्र में शशि थरूर और क्रिस्ट्रन हंट के साथ स्वप्न दास गुप्ता ने चर्चा की.
इस सत्र में शशि थरूर ने कहा कि ब्रिटिश समर्थ और धनी थे. इसिलिए इंडिया आए. उनका यह शासन केवल अपने को ज्यादा धनी बनाने के लिए था. आम भारतीय का इससे कोई भला नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि अपने शासन के दौरान ब्रिटिश 3.4 ट्रिलियन पाउंड (326859459459459 रुपए) अपने देश लेगए, जो उसे भारत को लौटाना चाहिए. अगर यह धन सरकार को नहीं दे सकते तो विकास के लिए एनजीओ के मार्फत दिया जाना चाहिए.
थरूर ने यह भी कहा कि इतिहास को नकारा नहीं जा सकता और हम ब्रिटिश शासन को भुला नहीं सकते. लेकिन हमें भविष्य के प्रति जागरुक होना होगा. सत्र में ब्रिटिश शासन के फायदों और नुकसान के साथ ही मैकाले की शिक्ष पद्वति जैसे मसलों पर भी विस्तार से चर्चा हुई.