भोपाल। सरदारपुर के भाजपा विधायक वेलसिंह भूरिया ने गृह मंत्री बाबूलाल गौर के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया। उन्होंने गृह मंत्री से कहा हमें बच्चा विधायक मत समझो, हम भी कानून जानते हैं। सात-सात पत्र लिखने के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है। इसके बाद सत्तापक्ष और विपक्ष के विधायकों ने भी सदन में हंगामा शुरू कर दिया। बाद में सत्तापक्ष और विपक्ष के 35 विधायकों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर गौर के व्यवहार की शिकायत की। मुख्यमंत्री के निर्देश पर सरदारपुर थाना प्रभारी को हटा दिया गया।
वेलसिंह भूरिया ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से युवक अनिल की हत्या का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि 24 नवंबर को राजगढ़ में हुई इस घटना की जैसे ही सूचना मिली तो उन्होंने तुरंत राजगढ़ चौकी प्रभारी और सरदारपुर थाना प्रभारी को फोन लगाया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाए, इसी बीच सीने में चाकू लगने से युवक की मौत हो गई। सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की गई है।
इस पर गृह मंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि सभी 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उनके खिलाफ अनुसूचित जाति-जनजाति अधिनियम की धाराओं में भी कायमी की गई है। यह गलत है कि आरोपी पुुलिस के साथ मिलकर पीड़ित परिवार को धमका रहे हैं।
जवाब से असंतुष्ट विधायक ने कहा चार आरोपी अब भी खुले घूम रहे हैं। यदि क्षेत्र में कोई की विस्फोटक स्थिति बनती है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी गृह मंत्री की होगी। सत्तापक्ष के विधायक को अपने ही गृह मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोलते देख सदन में मौजूद भाजपा सरकार के मंत्री भी सकपका गए।