श्योपुर। श्योपुर जनपद अध्यक्ष दीनदयाल मीणा और उसके चार साथियों ने आरईएस के एसडीओ एचएस रघुवंशी को दफ्तर में बंद कर उनके साथ मारपीट की। घटना गुस्र्वार रात 7:15 बजे की है। जिस समय एसडीओ की मारपीट हुई तब जनपद सीईओ नितिन भट्ट भी कार्यालय के बाहर खड़े थे।
मारपीट की आवाज सुन सीईओ ने कई बार अध्यक्ष की केबिन में जाने की कोशिश की, लेकिन अध्यक्ष के साथियों ने उन्हें जाने नहीं दिया। एसडीओ की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने जनपद अध्यक्ष सहित चारों आरोपियों पर मामला दर्ज कर लिया।
एसडीओ रघुवंशी ने बताया कि रात 7 बजे के बाद वह सीईओ श्री भट्ट के साथ कार्यालय से निकल रहे थे। इसी दौरान अध्यक्ष दीनदयाल मीणा ने उन्हें अपनी केबिन में बुला लिया। ऑफिस में जाते ही दरवाजा बंद कर अंदर से कुंडी लगा दी गई। श्री रघुवंशी के अनुसार जनपद अध्यक्ष ने उससे 10 लाख रुपए की मांग करते हुए कहा कि चुनाव में करोड़ों खर्च हुए हैं।
जब एसडीओ ने पैसे देने से मना किया तो केबिन में मौजूद जिला पंचायत अध्यक्ष कविता मीणा के भतीजे अश्विनी मीणा के अलावा अन्य दो युवक प्रेम मीणा व रणवीर मीणा ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी और धमकी देते हुए कहा कि कल (शुक्रवार) 12 बजे तक 10 लाख नहीं मिले तो मारकर जंगल में फेंक देंगे।
एसडीओ ने पुलिस को बताया कि जनपद अध्यक्ष और उसके साथियों ने उनसे घर व बच्चों के नाम-पते लिखवा लिए हैं। आरोपियों ने धमकी दी है कि शिकायत की तो बच्चों की जान ले लेंगे। मारपीट के बाद एसडीओ से जबरन लिखवा लिया कि वह श्योपुर से ट्रांसफर चाहते हैं। करीब 20 मिनट मारपीट और धमकानेे के बाद एसडीओ रघुवंशी को छोड़कर अध्यक्ष व उसके साथी भाग गए।
सीईओ बोले-मैं यहां नौकरी नहीं करूंगा
इस घटना के समय कलेक्टर पीएल सोलंकी, एसपी एसके पाण्डे, जिपं सीईओ एचपी वर्मा पुरानी पुलिस लाइन में मानव अधिकार दिवस पर आयोजित कार्यशाला में मौजूद थे। जनपद सीईओ नितिन भट्ट एसडीओ रघुवंशी को लेकर वहां पहुंचे और सीईओ वर्मा को पूरी घटना बता दी। घटना से श्री भट्ट ने कलेक्टर व जिपं सीईओ से यहां तक कह दिया कि किसी दिन उनके साथ भी ऐसी घटना हो सकती है। इसलिए उन्हें अब श्योपुर में नौकरी ही नहीं करनी। या तो वह छुट्टी लेकर चले जाएंगे या नौकरी से इस्तीफा दे देंगे।