
महिला स्वास्थ्य कर्मी को मात्र दस हजार रूपये वेतन प्राप्त हो रहा है जबकि उनके ही समान नियमित कर्मचारियों को तीस हजार मासिक वेतन प्राप्त हो रहा है । वहीं फमासिस्टों से सारे काम करवाये जा रहे हैं लेकिन वेतन बहुत कम दिया जा रहा है। प्रदेश के एक लाख संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों प्रतिवर्ष कार्य का बोझ तो बढ़ाया लेकिन वेतन नहीं बढ़ाया । जिससे प्रदेश के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों में आक्रोश है। म.प्र. संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर के नेतृत्व में कल दोपहर तीन बजे एक प्रतिनिधि मण्डल अरेरा हिल्स स्थित राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) के आयुक्त तथा प्रमुख सचिव को ज्ञापन सौंपकर समान कार्य समान वेतन तथा वेतन वृद्वि दिये जाने की मांग करेगा।