भोपाल। उम्र महज 28 साल आंखों में भरपूर सपने और उनके बीच ताकती बेबसी और बदहाली। अंतरराष्ट्रीय स्तर की कराटे खिलाड़ी जिन्होंने अपने हाथों से दुश्मनों और प्रतिद्वंदियों के छक्के छुड़ाने का निश्चय कर लिया था, वे हाथ अब चाय की केतली पकड़ रहे हैं।
यह हाल है वंदना सूर्यवंशी का जो भोपाल में एक चाय की दुकान चला रही हैं। मुफलिसी में जीवन गुजार रही वंदना ने बताया कि आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण पिछले तीन वर्षों से चाय बेच रही हूं।