इंदौर। केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने ऐलान किया है कि वे अगले साल उज्जैन में आयोजित होने वाले सिंहस्थ में नहीं जाएंगी. सिंहस्थ में नहीं आने को लेकर उन्होंने अपनी बात स्पष्ट भी की. उमा के मुताबिक, वे मध्यप्रदेश की मुख्यमंत्री रहते हुए भी सिंहस्थ में नहीं गयी थी. इसकी वजह यह है कि उनके आने से सरकारी लोगों को व्यवस्थाओ में लगना पड़ता है. इससे आने वाले श्रद्धालुओं को दिक्कत होती है. उन्होंने कहा कि पहले भी मैं सिंहस्थ खत्म होने पर गयी थी और इस बार भी मैं यही करूंगी.
'मेरी प्रदेश सरकार से कोई नाराजगी नहीं'
केंद्रीय जल संसाधन, गंगा सफाई और नदी विकास मंत्री उमा भारती ने ऐलान किया था कि वे उज्जैन सिंहस्थ में नहीं आएंगी. इसको लेकर उनसे न आने की वजह पूछी गई थी.
साथ ही उमा भारती ने राज्य सरकार के साथ संतों और अखाड़ों के विवाद पर कुछ भी बोलने से भी मना कर दिया था. उन्होंने यह भी कहा कि क्षिप्रा शुद्धिकरण में केंद्र सरकार किसी भी तरह का हस्तक्षेप नहीं करेगी. इसे साफ करने का दायित्व राज्य सरकार का है. हालांकि, उन्होंने आखिरी में कहा कि मेरी प्रदेश शासन से कोई नाराजगी नहीं है.