बिलासपुर। मात्र 520 रूपये की सदस्यता में 1500 रूपये की स्कॉलरशिप एवं 50000 रूपये कन्यादान अनुदान दिलाने का झांसा देकर kanya kalyan welfare society ने छत्तीसगढ़ में 1 लाख छात्राओं को शिकार बनाया और एनजीओ संचालक फरार हो गया।
सिविल लाइन थाना क्षेत्र के भारतीय नगर चौक स्थित कन्या कल्याण वेल्फेयर सोसायटी नाम से एनजीओ का ऑफिस है। इसके अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह व सचिव मोहम्मद ओसामा हैं। उन्होंने एनजीओ के छत्तीसगढ़ शासन से पंजीकृत होने व कन्याओं के उत्थान के लिए विभिन्न योजनाएं चलाने का झांसा दिया। महिलाओं को योजना से जोड़कर कमीशन का लालच देकर उन्हें एजेंट बनाया गया।
फिर उनके माध्यम से स्कूली छात्राओं व उनके परिजनों से अवैध उगाही की गई। उन्हें बताया गया कि कन्या प्रोत्साहन योजना के तहत स्कूली छात्राओं को 520 रुपए देने होंगे। एजेंटों को इसमें से 50 रुपए कमीशन दिया जाता था। लालच में आए एजेंट स्कूली छात्राओं व उनके परिजनों को बतौर छात्रवृत्ति 15 सौ रुपए मिलने के साथ ही योजना से जुड़ी छात्राओं की शादी होने पर 15 से 50 हजार रुपए देने का झांसा दिया।
इस तरह से उन्होंने प्रदेशभर में एजेंट तैयार किया। फिर उनके जरिए छात्राएं व उनके परिजनों से रकम वसूली की गई। सीपत थाना क्षेत्र के कौड़िया निवासी श्रीमती माधुरी राठौर से संस्था के लोगों ने संपर्क कर योजना के संबंध में जानकारी दी व अपना अभिकर्ता बनाया। संस्था के झांसे में आकर माधुरी राठौर, रमा साहू, घनश्याम दुबे, कृष्ण कुमार, बलदेव प्रसाद धीवर, दिलीप कैवर्त्य सहित अन्य लोग जुड़े। अच्छी योजना होने की बात सोचकर सभी ने बड़ी संख्या में कन्याओं को सदस्य बनाकर संस्था के पास रकम जमा किए।
समयावधि समाप्त होने के बाद भी उन्हें राशि वापस नहीं मिलने पर संदेह हुआ। बार-बार रुपए लौटाने का आग्रह करने पर संस्था के पदाधिकारी ग्रामीणों के लाखों रुपए लेकर कर फरार हो गए। ठगी के शिकार हुए ग्रामीणों ने मामले की शिकायत सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई है। उनकी रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी एनजीओ संचालक व सचिव के खिलाफ धारा 420, 34 के तहत धोखाधड़ी का अपराध दर्ज कर लिया है।
पुलिस ने संस्था के सचिव व एकाउंटेंट मो. ओसामा को पकड़ लिया है। साथ ही उससे दस्तावेज भी जब्त किए हैं। उसने अपने बयान में बताया है कि करीब 1 लाख हितग्राहियों से फार्म जमा कराया है। इसके एवज में करीब ड़ेढ करोड़ रुपए की राशि वसूली की गई है। चूंकि राशि सीधे एकाउंट में जमा होती थी। इसलिए उसके पास कोई रिकार्ड नहीं है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है।
रकम लेकर गायब हो गया है अध्यक्ष
पुलिस ने भारतीय नगर स्थित संस्था के ऑफिस में दबिश दी। यहां से पुलिस ने रजिस्टर, ब्रोशर व पाम्पलेट सहित अन्य दस्तावेज जब्त किया है। लेकिन, हितग्राहियों से वसूली गई राशि का ब्योरा पुलिस को नहीं मिल सका है। कहा जा रहा है कि लेनदेन का हिसाब व बैंक खाते को लेकर मुख्य आरोपी व संस्था के अध्यक्ष राजेश कुमार फरार हो गया है। पुलिस उसकी पतासाजी कर रही है।