
महाराजपुर पंजाब एण्ड सिंध बैंक के सामने सोमवार की दोपहर करीब 3 बजे हुई इस कार्रवाई के दौरान आरोपी लाल बहादुर सिंह बघेल ने ट्रैप टीम के साथ हाथापाई करके भागने का प्रयास किया, लेकिन टीम ने बीच सड़क पर भाग रहे पटवारी को पकड़ा लिया।
लोगों ने बदमाश समझकर किया विरोध
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो कार्रवाई के दौरान लाल बहादुर सिंह बघेल के पीछे सादे कपड़ों में भागते हुए पुलिस कर्मियों को पहले लोग बदमाश समझ बैठे और उनका विरोध भी किया लेकिन सच्चाई पता चलते ही लोग पटवारी के विरोध में आकर उसकी पिटाई करने लगे। इसी वजह से जांच दल तत्काल आरोपी को पकड़कर कृषि कॉलेज के अंदर ले गए जहां कार्रवाई की सारी औपचारिकताएं पूरी की गईं।
सीमांकन के लिए मांगे थे दस हजार
लोकायुक्त निरीक्षक प्रभात शुक्ला ने बताया कि महाराजपुर निवासी मुख्तार अहमद ने एक जमीन खरीदी थी। जिसके सीमांकन के लिए 3 माह पूर्व अहमद ने पनागर तहसील कार्यालय में आवेदन दिया था। लेकिन पटवारी लाल बहादुर सिंह बघेल ने मुख्तार से सीमांकन करने के एवज में 10 हजार रुपए बतौर रिश्वत की पेशकश की थी।
श्री शुक्ला के अनुसार मुख्तार ने इस बात की शिकायत शपथ पत्र के साथ लोकायुक्त एसपी पद्मविलोचन शुक्ल से की थी, जिसकी जांच उन्होंने निरीक्षक स्वपनिल दास के साथ उन्हें सौंपी थी। जांच के बाद सोमवार को मुख्तार को रिश्वत देने भेजा गया था।
जैकेट छोड़कर भागा आरोपी
लोकायुक्त टीम योजना के तहत सोमवार की दोपहर महाराजपुर मेन रोड पर पहुंच गई थी। जहां दोपहर 3 बजे मुख्तार रिश्वत के पैसे लेकर पहुंचा। पटवारी लालबहादुर सिंह पंजाब एण्ड सिंध बैंक के एटीएम के पास जाकर खड़ा हो गया, मुख्तार ने पैसे दिए तो लालबहादुर ने उसे अपनी जैकेट में रख लिए जिसके बाद जांच दल ने तत्काल लाल बहादुर को घेरकर उसकी जैकेट उतरवाकर पैसे जब्त किए बहादुर जैकेट छोड़कर भागने लगा। इसी वजह से करीब 50 मीटर तक पुलिस और आरोपी के बीच हाथापाई भी हुई। श्री शुक्ला के अनुसार लालबहादुर सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अपराध दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।