भोपाल। मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के महामंत्री एवं मध्यप्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी समिति के प्रांतीय संयोजक लक्ष्मीनारायण शर्मा ने आरोप लगाया कि लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग मध्यप्रदेश शासन के स्पष्ट निर्देष होने के उपरांत भी मध्यप्रदेश पैरामेडिकल कांउसिल विभाग में कार्यरत लगभग 3 हजार पुरूष बहुउददेशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं पर्यावेक्षकों का पंजीयन नही कर रही है जिससे इन स्वास्थ्य कर्मचारियों को सदैव कर्तव्य के दौरान कोई घटना होने पर असुरक्षा का भय बना रहता है।
महामंत्री लक्ष्मीनारायण शर्मा ने बताया कि पंजीयन के नाम पर करीब 1200 स्वास्थ्य कर्मचारी एवं पर्यावेक्षक मध्यप्रदेश पैरामेडिकल काउंसिल में लाखों रूपये जमा कर चुके है परन्तु पैरामेडिकल काउंसिल ने अभी तक इनका पंजीयन नही किया है और जमा राषि भी वापस नही की है बल्कि जमा राशि पर ब्याज खा रही है।
महामंत्री लक्ष्मीनारायण शर्मा ने बताया कि यदि कर्तव्य के दौरन कोई स्वास्थ्य कार्यकर्ता किसी को दवा देता है या इंजेषकन लगाता है या टीकाकरण करता है और मरीज की मृत्यु हो जाती है तो उस कार्यकर्ता पर 302 का अपराध दर्ज होगा । यदि किसी वैधानिक संस्था में उसका पंजीयन हो तो उसे इस अपराध से छूट मिल जाती है।
मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ की स्वास्थ्य कर्मचारी समिति के संयोजक लक्ष्मीनारायण शर्मा, प्रांतीय सचिव वावन राव, एस.के. सक्सेना, एम.डी. राय, सुनीता पटैल, सुषमा पाण्डे,प्रियांसी माझी, प्रभा खानवलकर, निन्द्रा मिश्रा, सरोज मिश्रा, प्रषांत सक्सेना, एन.के. अग्निहोत्री आदि ने शासन से मांग की है कि पुरूष बहुउददेषीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं पर्यावेक्षक का तुरंत पैरामेडिकल काउंसिल में पंजीयन कराया जायें । नेतागणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र पंजीयन नही कराया जाता है तो पुरूष बहुउददेष स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं पर्यावेक्षक दवा वितरण एवं इंजेकषन लगाने आदि कार्यो से अपने को पृथक कर लेंगे । इस ंसंबंध में शीघ्र ही एक प्रतिनिधि मण्डल मध्यप्रदेष राज्य कर्मचारी कल्याण समिति के अध्यक्ष रमेष चन्द्र शर्मा एवं प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य से मुलाकात करेंगा।