
टीआई मुरार रविंद्र सिंह गुर्जर ने बताया कि कांशीपुरा मुरार निवासी गिर्राज गुप्ता ने घर लौटने के बाद बताया कि वह तो सराफा बाजार में बैठकर मोतियों की माला पिरोता है। वह तो काम धंधे की तलाश में जबलपुर गया था। वह पत्नी के तानों व कुछ कर्जदारों से भी परेशान था। कर्ज भी लाखों या हजारों में नहीं है। किसी का एक हजार तो किसी से 2 हजार रुपए रोजमर्रा की जरुरतें पूरी करने के लिए ले रखा है। यह लोग भी उसे परेशान करते थे।
भेड़ाघाट में बैग गिरने से वह घबरा गया
जबलपुर से ग्वालियर की ट्रेन पकड़ने से पहले वह भेड़ाघाट घूमने के लिए चला गया। जहां नहाते समय उसका बैग नदी में गिरकर बह गया। पत्नी के सवालों व फटकार से वह बचने के लिए उसने घर पर फोन करा दिया।