
शनिवार को नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शन मंच के अध्यक्ष डॉ. पीजी नाजपांडे ने यह टेप सार्वजनिक किया। टेप में साफ तौर पर थ्री प्लस थ्री यानी एक आवेदक से 3 लाख की डिमांड की गई है। उधर रजिस्ट्रार डॉ. आरके गुप्ता ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि उन्हें साजिशन फंसाया जा रहा है।
- ऐसे शुरू हुआ रिश्वत मांगने का सिलसिलाः
- जम्मू में पदस्थ डॉ. राजेश अग्रवाल और डॉ. निशी पांडे ने एसोसिएट प्रोफेसर भर्ती के लिए आवेदन दिया था। उनका इंटरव्यू भी लिया गया लेकिन इंटरव्यू के बाद वेटनरी प्रबंधन ने एक साथ कोई भी सूची जारी नहीं की।
- रिजल्ट को लेकर दोनों आवेदक बार-बार विवि के कुलपति और रजिस्ट्रार से मिलने जाते रहे। चक्कर लगाते रहने के दौरान एक दिन रजिस्ट्रार श्री गुप्ता ने आवेदकों से कहा कि आपको कुछ व्यवस्था करनी होगी।
- 9 नवंबर 2015 को रजिस्ट्रार के साथ हुई चर्चा का ऑडियो टेप रिकार्ड किया गया।
- टेप में आवेदक डॉ. निशी पांडे ने रजिस्ट्रार से ये पूछा-कितनी व्यवस्था करनी होगी।
- इसी बीच रजिस्ट्रार ने कहा कि उन्हें थ्री प्लस थ्री यानी दोनों आवेदकों के लिए 6 लाख रुपए देने होंगे। चूंकि आप लोग जबलपुर से हैं, इसलिए इतना कहा गया।
- रिकार्डिंग के दौरान रजिस्ट्रार ने ये भी कहा कि बोर्ड और हम एक दूसरे से जुड़े हैं, कुलपति का सहयोग भी है। इसलिए सब कुछ सेट हो जाएगा।