भोपाल। विधायक शीला त्यागी ने उच्च शिक्षा मंत्री पर रीवा की एक भ्रष्ट महिला अधिकारी को संरक्षण देने का आरोप लगाया है। इस महिला अधिकारी के खिलाफ ईओडब्ल्यू ने जालसाजी की एफआईआर दर्ज की है। फिर भी उसे न तो सस्पेंड किया गया और न ही ट्रांसफर।
विधानसभा में आज रीवा की अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा के खिलाफ महिला विधायक शीला त्यागी ने सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार अधिकारियों को संरक्षण दिया जा रहा है। उच्च शिक्षा विभाग की अतिरिक्त संचालक के खिलाफ ईओडब्ल्यू में धारा 420, 188 व 180 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। यह मामला महिला अधिकारी के रीवा के आदर्श विज्ञान महाविद्यालय की प्राचार्य पद रहते समय का है।
सदन में उच्च शिक्षा विभाग ने स्वीकार किया है कि महिला अधिकारी के खिलाफ जांच प्रतिवेदन का परीक्षण किया जा रहा है। यहां उल्लेखनीय है कि जिस ऑफिस में इस जांच प्रतिवेदन का परीक्षण किया जा रहा है उसमें ही महिला अधिकारी पदस्थ हैं। इस प्रश्न पर जब सरकार की तरफ मंत्री का गोलमाल जवाब आया तो महिला विधायक नाराज हो गईं और उन्होंने सदन से बहिष्कार कर दिया। महिला विधायक के समर्थन में कांग्रेस के बाला बच्चन, आरिफ अकील भी खड़े हो गए और अकील ने कहा कि इस सरकार में यह हो रहा है कि अग्रिम जमानत कराओ और भ्रष्टाचार करो।