भोपाल। प्रोटोकॉल में विधानसभा अध्यक्ष सीताशरण शर्मा को मुख्यमंत्री के बराबर और उपाध्यक्ष को मंत्री के बराबर दर्जा न देने से विधानसभा अध्यक्ष नाराज हैं। इस मामले में बुधवार को उन्होंने सामान्य प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव एमके वार्ष्णेय को तलब किया। बैठक में चर्चा के दौरान विधानसभा के प्रमुख सचिव भगवान दास ईसरानी ने जीएडी प्रमुख सचिव वार्ष्णेय से पूछा कि जिस प्रकार कार्यपालिका के प्रमुख मुख्यमंत्री और न्यायपालिका के प्रमुख मुख्य न्यायाधीश हैं।
उसी प्रकार विधायिका के प्रमुख विधानसभा अध्यक्ष होते हैं, फिर इन्हें प्रोटोकॉल में मुख्यमंत्री के बराबर क्यों नहीं रखा गया। इस मामले में जीएडी प्रमुख सचिव ने कहा कि मैंने हाल ही में जीएडी का काम-काज संभाला है। इसलिए पता करने के बाद ही कुछ बता पाऊंगा।