भोपाल/इटारसी। सांवरिया ग्रुप के संचालक अनिल अग्रवाल की राजनेताओं से घनिष्ठता किसी से छिपी नहीं है। अग्रवाल परिवार के आग्रह पर बाबा रामदेव का इटारसी में कार्यक्रम भी हो चुका है। बड़े उद्योगपति के नाते अग्रवाल को मप्र ट्रेड प्रमोशन बोर्ड एवं समिति का सदस्य भी बनाया गया था। इंदौर समेत कई ग्लोबल इंवेस्टर्स मीट में यह समूह शामिल हुआ। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की इटली, जापान एवं चीन सहित कई विदेश यात्राओं में अनिल अग्रवाल बतौर उद्योगपति साथ गए थे।
अनिल का परिवार 2010 में उस वक्त सुर्खियों में आया जब उन्होंने बाबा रामदेव का योग कार्यक्रम इटारसी में आयोजित कराया। बाबा रामदेव को उस वक्त इटारसी के पास पहाड़ोंं के समीप मौजूद 25 एकड़ भूमि अपने किसी प्लांट के लिए पसंद आई थी, उसके लिए सरकार ने जमीन आवंटित की लेकिन अब कतिपय कारणों से इस जमीन पर सांवरिया ग्रुप की चावल मिल लगी है और जमीन इनके नाम ट्रांसर्फर हो गई है। बैतूल हाईवे पर कीरतपुर में जिस जगह ये जमीन मिली है उस भूमि पर 1750 प्रजाति के पेड़-पौधे लगे हुए थे, जिनके काटने पर वन विभाग ने आपत्ति जताई थी और एनओसी नहीं दी थी।
अग्रवाल की पारिवारिक एवं आर्थिक पृष्ठभूमि पहले से ही अच्छी रही। अनिल के पिता स्व. रामनारायण अग्रवाल आरएसएस से जुड़े रहे हैं और लोक निर्माण विभाग मंत्री सरताज सिंह के मित्र रहे हैं। बताया जा रहा है कि सरताज सिंह का चुनावी मैनेजमेंट रामनारायण ही संभालते रहे। सांवरिया ग्रुप का संचालन गुलाबचंद, सतीश, अशोक एवं अनिल चारों भाइयों के हाथ में है।
ग्रुप ने पूरे देश में एफएमसीजी उत्पादों की लंबी रेंज उतारकर ग्रुप को एक बड़ा ब्रांड बनाया। बैतूल, विदिशा, हरदा, मंडीदीप, भोपाल समेत देश के कई राज्यों तक ग्रुप का कारोबार फैला है। सांवरिया एग्रो ऑइल्स कंपनी का नसीरा स्टार पर्ल ब्रांड बासमती चांवल, सांवरिया चक्की फ्रेश आटा, प्रोडाइट, नमक, रिफाइनरी तेल, मैंदा, सूजी, गेहूं समेत कई तरह के उत्पादों का निर्माण और मार्केटिंग ग्रुप कर रहा है। शेयर मार्केट में भी सांवरिया समूह लिस्टेड है।
