
दरसअल, अपने लंदन प्रवास के दौरान पीएम मोदी ने भारत को भगवान बुद्ध और महात्मा गांधी का देश बताते हुए कहा था कि भारत असहिष्णुता को बर्दाश्त नहीं करेगा. हम एक लोकतंत्र हैं. अभिव्यक्ति की आजादी के प्रति संकल्पबद्ध हैं. हम एक असहिष्णु समाज नहीं हैं.
स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लंदन में जाकर भारत को भगवान बुद्ध और महात्मा गांधी का देश बताया था. शंकराचार्य के अनुसार भारत को राम और कृष्ण का देश क्यों नहीं बताया गया. वहीं, उन्होंने कहा कि मोदी विदेशों में गीता भेंट करते हैं, लेकिन देश में ही गीता नहीं पढ़ाई जा रही है.
हालांकि, राजधानी भोपाल में रविवार को शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि देश में कहीं भी असहिष्णुता नहीं है. उन्होंने साईं बाबा को लेकर एक बार फिर बयान देते हुए कहा कि साईं मंदिरों में चढ़ावा देने वाले लोग भ्रष्टाचारी हैं.
शंकराचार्य ने राम मंदिर के मुद्दे पर कहा कि सनातन धर्म को मानने वाली धर्मिक संस्था ही मंदिर बनाएंगी. इस पर उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को सामाजिक संस्था बताया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विश्व हिंदू परिषद् के अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन राव भागवत को मंदिर बनाने की पहल करनी होगी.