
एएसपी देवेंद्र पाटीदार ने बताया कि, अपहरण के बाद बदमाश रोहित को कार में यहां-वहां घुमाते रहे और रात में सभी बदमाश बायपास पर एक ढाबे पर शराब पीने रुके। जहां से मौका देखकर रोहित भाग खड़ा हुआ और पुलिस को घटना की शिकायत की।
जिसके बाद पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि सभी आरोपी परदेशीपुरा में एकत्रित होने वाले हैं। जिसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर 9 आरोपियों रवि उर्फ़ पिन्टू, प्रकाश उर्फ़ रवि, बिरजू बलाई, विशाल उर्फ़ निक्की, अरुण उर्फ़ भोंदू, लेखराज उर्फ़ नीरज, विशाल गुर्जर, राहुल कैथवास और प्रेम बलाई को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में निवेशकों ने बताया कि रोहित के पिता संतोष देवसर ने एमजी रोड पर गुरु साईं रियल एस्टेट एंड एलाईट लिमिटेड के नाम से एक कम्पनी खोली थी। जिसमें कई लोगों के साथ राजगढ़ के 6 लोगों ने पॉलिसी में 20 लाख रुपयों का निवेश किया था, लेकिन उसके बाद से ही देवसर उनका रुपया नहीं लौटा रहा था। वहीं, रकम वसूलने के लिए रोहित का अपहरण किया गया था।