भोपाल। कृषि विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. राजेश राजैरा से अब उन्हीं के अधीनस्थ अधिकारी नाराज हो गए हैं। उनका आरोप है कि डॉ. राजौरा वीडियो कान्फ्रेंसिंग में असंसदीय भाषा का उपयोग करते हुए धमकी देते हैं। इसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी संघ ने इस संबंध में मुख्य सचिव से शिकायत की। साथ ही लंबित मांगों को लेकर ज्ञापन भी सौंपा है, जिसमें कहा गया है कि कार्रवाई न होने पर संघ पांच जनवरी से आंदोलन शुरू करेगा।
उधर डॉ.राजौरा ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि मैं सामान्य बोलचाल में भी असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल नहीं करता हूं, पर सरकार की योजनाओं की अनदेखी पर तो कार्रवाई होगी। इसमें क्या गलत है।
ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी संघ के प्रांताध्यक्ष मनोहर गिरी ने शिकायत में कहा है कि प्रमुख सचिव हम लोगों को नाकारा साबित करने पर तुले हुए हैं।
वीडियो कांफ्रेंसिंग में वह भूल जाते हैं वे सरकारी व्यवस्था का हिस्सा हैं। गिरी ने कहा कि इससे कृषि विभाग का वातावरण प्रभावित हो रहा है। मई-जून में हुए कृषि महोत्सव में उन्होंने हमारी पीठ थपथपाई थी, अब दो माह बाद कहा जा रहा है कि हम अच्छे से काम नहीं कर रहे हैं।
- ये हैं संघ की मांगें
- स्थाई यात्रा भत्ता 300 रुपए से बढ़ाकर 1000 रुपए महीना किया जाए।
- सर्वेयर के समान वेतनमान दें।
- बार-बार जांच कराने की कार्रवाई बंद हो।
- खाद, बीज सहित कृषि सामग्रियों का वितरण हमसे न कराएं।
- गांव में काम के दौरान बात के लिए मोबाइल फोन दिए जाएं।
- ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी के खाली पद भरे जाएं।
- पदोन्न्तियों की बैठकें जल्द की जाएं।