भोपाल। मप्र में व्यापमं घोटाले के शुरूआती खुलासे करने वाली इंदौर की क्राइम ब्रांच के अफसरों के खिलाफ सीबीआई एफआईआर दर्ज करने का मन बना रही है। उनके खिलाफ सबूतों से छेड़छाड़ एवं व्यापमं कांड के सूत्र संचालक पंकज त्रिवेदी को राहत पहुंचाने का आरोप है। बता दें कि सबूत हाथ लगने के बाद भी क्राइम ब्रांच ने त्रिवेदी को गिरफ्तार नहीं किया था, मामला जब एसटीएफ के पास पहुंचा तब गिरफ्तारी की गई।
सीबीआई सूत्रों का मानना है कि इंदौर क्राइम ब्रांच ने नितिन महेंद्रा के घर जब छापा मारा और हार्डडिस्क जब्त की तब उसके सामने यह स्पष्ट हो गया था कि मुख्य आरोपी पंकज त्रिवेदी है। घोटाले के सभी सूत्र उससे जुड़ रहे थे, लेकिन त्रिवेदी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई नहीं हुई। मामला जब एसटीएफ ट्रांसफर हो गया उसके बाद त्रिवेदी की गिरफ्तारी हुई। सूत्रों का कहना है कि तब तक काफी समय निकल गया। इस कारण अनेक साक्ष्य जांच की प्रक्रिया में नहीं आ पाए। सूत्र बताते हैं कि सीबीआई ने जांच में लापरवाही करने वाले अफसरों की पड़ताल कर ली है।
- इनपुट: राजीव सोनी, पत्रकार, भोपाल