कैलाश की कलम से लिखा जाएगा मप्र का नया इतिहास

भोपाल। इंदौर के सर्वमान्य नेता कैलाश विजयवर्गीय अब भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव हैं लेकिन जिस तरह उनका राजधानी में एक दिनी दौरा हुआ, हलचलें तेज हो गईं हैं। खुसफुस हो रही है कि मप्र का नया इतिहास अब कैलाश विजयवर्गीय की कलम से लिखा जाएगा।

बिहार चुनाव की व्यस्तताओं से फ्री होकर विधानसभा के विशेष सत्र में भाग लेने गुरुवार को भोपाल आए विजयवर्गीय दिन भर भोपाल में रहे। इस दौरान उन्होंने न सिर्फ पूरे समय विधानसभा की बैठक में भाग लिया, बल्कि अनेक विशिष्टजनों और करीब एक दर्जन विधायकों ने कैलाश विजयवर्गीय से मुलाकात की।

इनमें आश्चर्यजनक रूप से कुछ कांग्रेस के एमएलए भी शामिल थे। राज्य सरकार के आधा दर्जन मंत्री भी कैलाश विजयवर्गीय से मिले और चर्चा की। इन मुलाकातों को लेकर सियासी हल्कों में चर्चा होती रही। कैलाश विजयवर्गीय अब राज्य सरकार के पावरफुल मंत्री नहीं है, इसके बाद भी पक्ष विपक्ष के इतने विधायकों तथा मंत्रियों से मुलाकात सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गई।

इससे भी ज्यादा आश्चर्यजनक है कि करीब एक दर्जन ब्यूरोक्रेट्स ने भी कैलाश विजयवर्गीय से भेंट की। इनमें सभी राज्य सरकार में बड़े पदों पर बैठे हैं कई अधिकारियों से विजयवर्गीय की मुलाकात बंद कमरे में हुई।

कैलाश विजययवर्गीय का कहना है कि मंत्रियों, अधिकारियों और पक्ष विपक्ष के विधायकों से उनके निजी रिश्ते हैं। वे काफी समय से भोपाल नहीं आए, इसलिए भोपाल में होने की खबर मिलते ही सभी लोग सिर्फ सौजन्य मुलाकात करने आ गए हैं।

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