होशंगाबाद। जिला शिक्षा अधिकारी होशंगाबाद द्वारा युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया पुनः प्रारंभ सुनिश्चित होना तय है। उक्त बात जिला शिक्षा अधिकारी होशंगाबाद अरविंद चौरगढ़े ने संगठनों की एक औपचारिक बैठक में कही। इससे जिले के शिक्षकों में हड़कंप मच गया है। समस्त संगठन के पदाधिकारियों ने अधिकारी के समक्ष अनेक आपत्तियां दर्ज की जिस पर जिला शिक्षा अधिकारी ने आपत्तियों का निराकरण शीघ्र करने का आश्वासन दिया।
इस संबंध में जिला अधिकारी ने 07 नवंबर को सभी संगठनों की एक आवश्यक बैठक बुलाई गई है। संगठनों ने जो आपत्तियां दर्ज कराई हैं उनमें प्रमुखतः युक्तियुक्तकरण मध्य सत्र में न किया जाए, जिन शालाओं का युक्तियुक्तकरण किया गया है उनके समस्त स्टॉफ को अतिशेष किया जाए, जिस क्रम में अतिशेष किया जाए, यदि कोई सहायक शिक्षक स्नातक है तो युक्तियुक्तकरण नीति के अनुसार उसे विषयमान से माध्यमिक शाला में ही पद विरूद्घ पदांकित किया जाए, सर्वप्रथम स्वैच्छिक काउंसलिंग की जाए तत्पश्चात अतिशेष शिक्षकों की काउंसलिंग कराई जाए, सहायक शिक्षकों के भर्ती नियम में विषयमान नहीं था, लेकिन उन्हे विषयमान से अतिशेष किया जा रहा है, यदि सहायक शिक्षकों पदनाम से अतिशेष माना जाता है तो अधिकांश शिक्षक संकुल में ही पदस्थ हों आदि हैं। इन सभी बिंदुओं के आधार पर युक्तियुक्तकरण किया जाता है तो अधिकांश शिक्षकों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होती है। उक्त जानकारी जिला संयुक्त मोर्चा की ओर से दी गई। संयुक्त मोर्चा में सम्मिलित संगठनों में मध्यप्रदेश शिक्षक संघ, राज्य कर्मचारी संघ, तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ, शिक्षक कांग्रेस आदि मोर्चे में सम्मिलित हैं।
