नईदिल्ली। राजस्थान में भाजपा के एक करोड़पति मंत्री ने खुद को गरीबी रेखा के नीचे वाला बताकर 12.5 बीघा जमीन अपने नाम आवंटित करवा ली। बता दें कि चुनाव आयोग को दिए शपथ पत्र में मंत्रीजी ने खुद को करीब 6 करोड़ की जमीनों का मालिक बताया है। इसके अलावा चुनाव प्रचार के दौरान भी मंत्रीजी ने पानी की तरह पैसा बहाया था। आरोपी मंत्री का नाम है जीतमल खांट। मामला 2009 का है और विवादित जमीन बांसवाड़ा में है।
कैसे की धोखाधड़ी?
वन विभाग के अनुसार वन्य क्षेत्र में रहने वाले आदिवासी लोगों को उनके कब्जे वाली भूमि पर मालिकाना हक देने की व्यवस्था है लेकिन यह तभी संभव है जब उस आदिवासी परिवार के भरण-पोषण के लिए वह जमीन ही एकमात्र जरिया हो या परिवार की मालीहालत बहुत खराब हो। जीतमल ने इन्ही शर्तों को पूरा करने के लिए वन विभाग को धोखे में रखते हुए खुद को गरीब बताया और 12.5 बीघा जमीन 2009 में अपने नाम करवा ली।