भोपाल। पिछले साल सिक्कों की खरीद करने वाले ग्राहकों को तब झटका लगा, जब कुछ ने सिक्कों के वजन की जांच कराई तो यह सिक्के वजन में कम निकले। डिस्काउंट के चक्कर में 10 ग्राम की जगह 8 ग्राम का सिक्का थमाया गया। शुभमुहूर्त में खरीददारी की जंग और बाजार में जबर्दस्त भीड़ के चलते ज्यादातर लोग वजन नहीं कराते। जिन्होंने आपत्ति उठाई उन्हें 2 ग्राम के पैसे वापस कर दिए गए।
धनतेरस और दीपावली पर शगुन के रूप में चांदी के सिक्के, बर्तन व मूर्तियों की खरीद करने वाले ग्राहकों के साथ ठगी की घटनाएं होती रही है। इसका मुख्य कारण यह है कि चांदी की खरीद के समय ग्राहक थोड़ा लापरवाह हो जाते हैं। वो सिक्का खरीदने जाते हैं, ज्यादातर तो यह ध्यान भी नहीं देते कि जो सिक्का वो खरीद रहे हैं वो 10 ग्राम का है या 6.5 ग्राम का। उसमें 90 प्रतिशत चांदी है या केवल 40 प्रतिशत। डिस्काउंट और जल्दबाजी में सुलभ उपलब्धता के चलते कई ग्राहक तो नकली चांदी का सिक्का खरीदकर पूजा में शामिल कर लेते हैं।
अंत में सिर्फ इतना कि पक्का बिल जरूर बनवाएं, इस पर बहुत ज्यादा टैक्स नहीं लगता। बिल पर पूरी डीटेल्स भी लिखवाएं।