सिहोरा। सिहोरा सिविल अस्पताल में बीती रात अज्ञात युवक ने महिला चिकित्सक को चाकू की नोक पर बंधक बनाकर लूट की वारदात को अंजाम दिया। जिसकी जानकारी सुबह अस्पताल के कर्मचारी को प्राप्त होने पर पुलिस को जानकारी दी गई प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सक को जबलपुर रिफर किया गया। वहीं जबलपुर से सीएमओ टीम सहित सिहोरा पहुॅचे।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार की रात करीब 11 बजे एक युवक बाउंड्री पार कर मकान के पीछे गेट पर छिपकर बैठा था जैसे ही डाॅ एस पलोड बाथरूम के लिये दरवाजा खोला तभी युवक ने पहले पत्थर से मारकर डराया और चाकू अड़ाकर उन्हें कमरे पर ले गया। चाकू की नौंक पर उसने चिकित्सक से पहले पैसो की मांग की जिसमें डाॅ ने आलमारी व पर्स में रखे करीब 20 हजार रूपये दे दिये उसके बाद युवक ने चिकित्सक के मुॅह में कपडा ठूंसकर हाथ बांध दिये और बिस्तर पर गिरा दिया।
पुलिस ने महिला चिकित्सक के बताने के आधार पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धारा 394, 452, 342, 457 का मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश पर तेजी से जुटी गई है।
पूरे शरीर पर चाकूओं से किया हमला
सिरफिरे युवक द्वारा स्त्री एवं शिशु रोग विषेशज्ञ पर धारधार चाकुओं से सिर, हाथ की अंगुली, पैर, पीठ, जांघ सहित शरीर के अन्य हिस्सों पर चाकूओं से गोंद डाला। करीब 3 घंटे तक महिला चिकित्सक को बंधक बनाकर रखा गया। घबरायी व डरी हुई डाॅ. अचेत अवस्था में सुबह अस्पताल के कर्मचारी को खिडकी से आवाज देकर बुलाया। खून से लथपथ डाॅक्टर को देखकर वार्ड ब्वाय राजेन्द्र सिंह ने तत्काल सिविल अस्पताल प्रभारी डा.राजकुमार जैन को सूचना दी उसके बाद पुलिस को फोन पर घटना की जानकारी दी गईं।
दो लोग थे वारदात को अंजाम देने में
महिला चिकित्सक के अनुसार रात को जब उस युवक ने अपना नाम रामसिंह ठाकुर एक व्यक्ति के बाहर खडे होने बात कह रहा था। नाम बताने के साथ ही वह बोल रहा था कि जो करना हो कर लेना मेरा कुछ नहीं होगा। मैं तुम्हे ऐसे मरने नहीं दूगा जब तुम बेहोश हो जाओगी तब में जाऊंगा।
जबलपुर से डाॅग स्काट ,फाॅरेंसिक टीम पहुॅची
घटना के सूचना पर जबलपुर से डाॅग स्काट एवं फिंगर प्रिंट ऐक्सपर्ट टीम सिहोरा अस्पताल पहुॅची,जो कि आरोपी का सुराग जुटाने में जुट गया। वहीं सिहोरा पुलिस भी घटना को गंभीरता से लेते हुए आरोपी की सरगर्मी से तलाष में जुट गई है। जिसके लिये रामसिंह नाम के दो, तीन लोगों को खुडावल ग्राम से थाने में पूछताछ के लिये लाया गया । जिनकी शिनाख्त आरोपी के रूप में नहीं हो सकी।अस्पताल में पदस्थ डाॅ. व कर्मचारी दहशत में है।
आवारा तत्वों का बना रहता है डेरा
सिहोरा सिविल अस्पताल की बहुमंजिला इमारत तो है लेकिन डाॅक्टरों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं है। अंधेरा शुरू होते ही असमाजिक तत्वों का गांजा, दारू के साथ एकत्र होकर जाम पर जाम मिलाते नजर आते है। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि टूटी बाउंड्री को बंद कराकर मुख्य गेट से आना जाना होना चाहिये। उस बांउड्री का गेट बंद होना चाहिये।
