भोपाल। पहले सरकार के हाथ बंधे थे। वो विधानसभा में बजट पेश करते समय ही टैक्स बढ़ा या घटा सकती थी। इस तरह महंगाई साल में एक बार ही बढ़ती थी परंतु अब शिवराज सरकार ने भी शेयर बाजार की तरह उतार चढ़ाव वाले टैक्स लगाने की गुंताड़ लगा ली है। राज्यपाल ने उस अध्यादेश को मंजूरी दे दी है जिसमें सरकार जब चाहे टैक्स बढ़ा सकती है और ऐसा वो साल में कितनी भी बार कर सकती है।
इस अधिकार के मिलने से वैट के अतिरिक्त प्रति लीटर के हिसाब से सरकार टैक्स लगा सकेगी। इससे पहले सरकार वैट एक्ट में संशोधन करके वैट दर में बदलाव करने के अधिकार पहले ही अपने हाथ में ले चुकी है।
खाली हो गया है खजाना
सूत्रों की मानें तो सरकार का खजाना खाली हो चुका है। केंद्र से मदद न मिलने के कारण किसानों को मुआवजा देने के लिए सरकार लोन ले रही है। ऐसे में शिवाराज सरकार को कमाई के नए-नए रास्ते खोजने के बजाए जनता पर टैक्स थोपकर भंडार भरने का सरल रास्ता निकाल लिया है। इस अध्यादेश को आगामी विधानसभा सत्र में विधेयक के रूप में पेश कर पारित कराया जाएगा।