भोपाल। बिहार चुनाव में नारों का बड़ा योगदान रहा। लोकसभा में भी अच्छे दिन आने वाले हैं ने जादू चलाया था। 'हर हर मोदी, घर घर मोदी' भी खूब गूंजा था परंतु बिहार में नारों की लड़ाई सभी दलों ने लड़ी।
आइए जानते हैं इस चुनाव के कुछ दिलचस्प नारे।
जेडीयू के नारे-
'झांसे में न आएंगे, नीतीश को जिताएंगे',
'आगे बढ़ता रहे बिहार,
फिर एक बार नीतीश कुमार',
'बिहार में बहार हो नीतीश कुमार हो।'
आरजेडी के नारे-
'न जुमलों वाली न जुल्मी सरकार,
गरीबों को चाहिए अपनी सरकार',
'युवा रूठा, नरेंद्र झूठा',
'युवा-युवती भरे हुंकार कहां गया हमारा रोजगार।'
कांग्रेस-
'सूट-बूट और जुमला छोड़, थामकर कांग्रेस की डोर, चला बिहार विकास की ओर।'
भारतीय जनता पार्टी-
'अपराध भ्रष्टाचार और अहंकार, क्या इस गठबंधन से बढ़ेगा बिहार',
'हम बदलेंगे बिहार, इस बार भाजपा सरकार',
'तेज विकास की चली पुकार अबकी बार भाजपा सरकार'
'बिहार के विकास में अब नहीं बाधा, मोदी जी ने दिया है वादे से ज्यादा'
'भाजपा करेगी पहला काम जंगलराज पर पूर्ण विराम।'
यही नहीं इन नारों के बाद पार्टी ने अपने नारों में बदलाव भी किया। ये नारे थे
‘विकास की होगी तेज रफ्तार, जब केंद्र राज्य में एक सरकार.
बदलिए सरकार, बदलिए बिहार’।
एलजेपी-
'ये ही चिराग है जो घर-घर रोशन करेगा,
आओ चलें चिराग के साथ मिलकर बनाएं नया बिहार'
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी)-
'नया बिहार बनाएंगे, लालू-नीतीश को भगाएंगे'
छह वामपंथी दलों के साथ मिलकर वाम मोर्चा-
'न मोदी न नीतीश सरकार, वामपंथ की है दरकार'
'मोदी-नीतीश धोखा है, परिवर्तन का मौका है'