भोपाल। उपभोक्ता फाइनेंसिंग में एक कदम आगे बढ़ते हुए बैंकों ने अब पुरानी कारों के बदले भी लोन देना शुरू कर दिया है। ज्यादा ग्राहकों को जोड़ने की होड़ में बैंक कंज्यूमर आइटम को भी संपत्ति मानने लगे हैं और इसे गिरवी रखवाकर लोन दे रहे हैं।
कारपोरेट लोन की सुस्त रफ्तार से बैंक छोटे ग्राहकों को लोन में बढ़ावा देने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं। प्राइवेट सेक्टर में देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक एक्सिस बैंक अपने ग्राहकों को कार के बदले लोन देने की योजना बना रहा है। एक्सिस बैंक की इस कोशिश का मकसद आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और कोटक मिंहद्रा बैंक से मुकाबला करना है।
एक्सिस बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बैंक पुरानी कार फाइनेंस बिजनेस में कदम रख रहा है। अब अपने ग्राहकों को कार की रीफाइनेंसिंग का ऑफर देंगे। यह लोन सिर्फ उन ग्राहकों को आफर किया जाएगा, जिन्होंने बैंक से आटो लोन लेने के बाद उसे चुका दिया है। उन्होंने कहा कि इसका मकसद कस्टमर्स को बैंक के साथ जोड़े रखना और उन्हें टाप-अप लोन आफर करना है। इसमें जोखिम कम है क्योंकि हम इन ग्राहकों की केवाईसी (नो योर कस्टमर) पहले ही कर चुके हैं। हमारे पास उनकी क्रेडिट हिस्ट्री भी है।