ग्वालियर। पिछले पांच दिन से चल रही पटवारियों की बेमियादी हड़ताल को समाप्त करने की सरकार की पहली कोशिश नाकाम रही। भोपाल में मप्र पटवारी संघ के पदाधिकारियों से सीएम के प्रमुख सचिव एसके मिश्रा ने मुलाकात की। मुलाकात के दौरान सीएम के प्रमुख सचिव ने पटवारियों को ऑफर दिया कि उन्हें अपने हल्कों के साथ-साथ जो अतिरिक्त हल्के दिए गए हैं, उनका अलग से सम्मानजनक मानदेय हम निर्धारित कर सकते हैं। अगर आप तैयार हो तो हम मानदेय निर्धारित कर देंगे। बदले में आप हड़ताल समाप्त कर देना। लेकिन सरकार के इस ऑफर को पटवारियों ने ठुकरा दिया।
बैठक के दौरान पटवारियों ने प्रमुख सचिव श्री मिश्रा से कहा कि उनकी मांग वेतन विसंगति को दूर करने की है। उन्हें 2800 ग्रेड पे का लाभ दिया जाए और इस ग्रेड पे का लाभ देने के लिए सरकार को अतिरिक्त कुछ नहीं करना है। यह ग्रेड पे सरकार के पास वैसे भी रिक्त ही पड़ा है। ऐसे में वर्तमान महंगाई का स्तर देखते हुए सरकार को हमें 2800 ग्रेड पे का लाभ देना चाहिए। लेकिन प्रमुख सचिव ने पटवारियों की इस मांग को फिलहाल स्वीकार करने से मना कर दिया। उन्हें सिर्फ अतिरिक्त हल्कों की जिम्मेदारी के लिए निर्धारित मानदेय देने की ही बात पर वे अड़े रहे। सरकार ने पटवारियों की बात नहीं मानी और पटवारियों ने सरकार की।
छुट्टी पर भी दिया धरना
बुधवार को सरकारी अवकाश था। इसके बावजूद गोरखी स्थित धरना स्थल पर 50 से अधिक पटवारियों ने पहुंचकर धरना दिया। पटवारियों के समर्थन में राजस्व निरीक्षक और तहसीलदारों ने भी काम करना बंद कर दिया है, जिससे आम लोगों के सभी काम ठप हो गए हैं।
एक दिन पहले हमारे संघ के पदाधिकारियों के साथ सीएम के प्रमुख सचिव ने मुलाकात की। उन्होंने अतिरिक्त हल्कों के लिए मानदेय देने की बात कही। हमें मानदेय नहीं चाहिए। हमारी मांग हमारी वेतन विसंगति को दूर करने की है। फिलहाल पहली बैठक बेनतीजा रही।
रंधावा सिंह खत्री
प्रांतीय संयोजक, मप्र पटवारी संघ