भोपाल। तमाम तरह की छापामारी और जांच पड़ताल के बाद अब मप्र के काले कारोबारियों ने मप्र या देश के दूसरे शहरों में बेनामी संपत्ति बनाने के बजाए दुबई प्रॉपर्टी में निवेश करना शुरू कर दिया है। इनमें मप्र के नेता, अफसर और कुछ ऐसी कंपनियों के मालिक भी शामिल हैं जो सरकार के साथ मिलकर काम कर रहीं हैं एवं पिछले 10 सालों में अकूत दौलत जमा कर चुकीं हैं। एक सूत्र ने दावा किया है कि मप्र के 80 करोड़पतियों ने अलग अलग पार्टनरशिपिंग में दुबई में प्रॉपर्टी खरीदी हैं और करीब 2000 करोड़ का निवेश किया है।
यह यूनिक आइडिया मप्र के काले कारोबारियों को ही नहीं आया, कमोवेश पूरे देशभर में यही हालात हैं। काली कमाई करने वाले नेता, अफसर और उनसे जुड़े कारोबारियों का सिंडीकेट एक साथ इस काम में जुटा हुआ है।
हालात यह बन गए कि दुबई के विदेशी प्रॉपर्टी निवेशकों में भारतीय टॉप पर आ गए हैं। जिन्होंने सिर्फ पिछले साल 30,000 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किए हैं। दुबई भूमि विभाग के मुताबिक, 2014 में गैर अरब प्रॉपर्टी निवेशकों ने करीब 1 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया है जिसमें भारतीश् निवेशकों का हिस्सा एक चौथाई से ज्यादा है। इस साल के पहले हाफ में भारतीय निवेशकों ने 13,000 करोड़ रुपए से ज्यादा के 3,017 ट्रांजैक्शन के साथ सर्वाधिक निवेश करने वाले विदेशी निवेशक रहे। विभाग ने कहा कि इसी अवधि में अलग-अलग देशों के निवेशकों ने 42,400 करोड़ रुपए से ज्यादा निवेश किया है।
भारत की काली कमाई से उत्साहित दुबई के प्रॉपर्टी कारोबारियों ने मुंबई में प्रॉपर्टी एक्सपो का आयोजन किया है। यहां पिछले साल की तुलना में 12.2 प्रतिशत कम दरों पर प्रॉपर्टी बुकिंग की जाएगी।
