भ्रष्ट नेता अफसर कर रहे कैसे कैसे टोटके

जबलपुर। क्या आप जेल की रोटी खाना चाहते हैं, आप कहेंगे क्या मजाक है, जेल की रोटी भला कोई क्यों खाएगा परंतु यहां कुछ अधिकारी, व्यापारी और नेता हैं जो जेल में बनी रोटियां खाने के लिए सिफारिशें लगवाते हैं, रिश्वत भी देते हैं। यह सब इसलिए नहीं, कि जेल की रोटी में फाइब स्टार का स्वाद आ गया है, बल्कि इसलिए कि उनकी कुंडली से जेल का योग कट जाए।

ऐसे लोगों का मानना है कि जेल में कैदियों के लिए बनी रोटी खाने से उन पर जेल जाने के योग की विपत्ति का असर टल जाएगा या कम हो सकता है। पिछले एक साल में ऐसे 40 मामले सामने आए हैं, जिसमें लोगों ने सिर्फ जेल योग के असर को टालने के लिए वहां का खाना खाया। इसके लिए उन्हें सिफारिश लगवानी पड़ी। हर साल यह औसत 30 से 40 का है।

खाना टेस्ट करने की बात कहकर खाते हैं अफसर
पुलिस के वरिष्ठ और रिटायर्ड अधिकारी, नेता व बड़े व्यापारी जेल में खाना खाने जाते हैं। व्यापारी सिफारिश लगवाकर जेल पहुंचते हैं और सीधे अधिकारी को अपनी बात बता देते हैं कि वे जेल योग टालने के लिए ऐसा कर रहे हैं। लेकिन कुछ अधिकारी ऐसे हैं, जो खाना टेस्ट करने के बहाने जेल का खाना खाकर आते हैं, लेकिन उनका उद्देश्य भी योग टालने से ही होता है।

आटा भी घर जाता है...
यूं तो बड़े स्तर के अधिकारी खाने की क्वालिटी की जांच करने के बहाने जेल पहुंचते हैं और खाना चखकर चले जाते हैं। लेकिन योग टालने की बात का पता तब चलता है जब वह जेल से गुथा हुआ आटा भी घर ले जाते हैं। ऐसा वे इसलिए करते हैं ताकि घरवालों के भी जेल का योग टाला जा सके।

और भी हैं कुछ टोटके
जेल के अंदर प्रवेश करके बाहर हो जाना
जेल के एंटी रजिस्टर में नाम लिखवाना
जेल के अंदर जाकर कुछ देर बैठना

रसूखदार होने के चलते नहीं होती मुश्किलः
यूं तो जेल में हर कोई प्रवेश नहीं कर सकता। लेकिन अधिकारी या फिर उनके रिश्तेदारों को वहां जाने में कोई मुश्किल नहीं होती है। इसके अलावा जो व्यापारी और आम आदमी भी वहां पहुंचते हैं वह भी अफसरों की सिफारिश से ही जाते हैं, ऐसे में उन्हें जेल के अंदर जाने में किसी तरह की दिक्कत नहीं होती।

कुंडली में ऐसे माना जाता है जेल योगः
पंडित कामता तिवारी के मुताबिक कुंडली में लग्नेश जब आठवें स्थान पर होता है और आठवें स्थान का स्वामी जब लग्नस्थ होता है तो जेल योग बनता है। आठवें स्थान में राहु, केतु, शनि, मंगल ग्रहों का योग होने के कारण भी व्यक्ति को राजदंड भोगना पड़ता है। यह योग भी कम-ज्यादा होता है। ज्योतिषियों का मानना है कि जेल का खाना खाने से जेल जाने के योग का असर टल जाता है या कम हो जाता है।

जेल में कैदियों के लिए बना हुआ खाना खाने के लिए कई लोग आते हैं। इसमें कई बड़े लोग भी शामिल होते हैं। कुछ लोग आटा ले जाते हैं।
अखिलेश तोमर, जेल अधीक्षक
  • इनपुट: सिद्धार्थ तिवारी, पत्रकार, जबलपुर। 

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