भोपाल। मप्र में हो रहे रतलाम-झाबुआ लोकसभा एवं देवास विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने भाजपा पर पहला हमला किया, लेकिन बेकार। कांग्रेस ने देवास प्रत्याशी के मंच पर लगे प्रत्याशी के फरार बेटे के फोटो पर आपत्ति जताई है जबकि वो लिस्टेड गुंडा नहीं है। एक राजनैतिक मामले में हत्या का आरोपी है परंतु देवास के राजपरिवार से है। बैकड्रॉप पर फोटो के लिए आपत्ति दमदार हमला नहीं कहा जा सकता।
हमला प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता केके मिश्रा की ओर से किया गया। साथ ही उन्होंने फोटो भी संलग्न किया। मजेदार तो तब होता जब कांग्रेस देवास के फरार युवराज का पता ढूंढ लाती। कांग्रेस के पास बड़ा नेटवर्क है और देवास के भूमिगत हुए युवराज का पता लगाना उसके लिए बड़ी बात नहीं है। डेस्क पर बैठकर आरोप जड़ने से बेहतर है जमीनी काम किया जाए। फिर यदि पुलिस ना पकड़ती तो सवाल बनता।
