उज्जैन। मप्र में इन दिनों सरकार के मंत्री और विधायक भी मुखर हो गए हैं। सरकार और उससे जुड़े भाजपा व संघ के कार्यकर्ताओं की मनमानी के खिलाफ खुलेआम बयानबाजियां कर रहे हैं। महिदपुर में भाजपा विधायक ने भी RSS के कुछ हठधर्मी स्वयंसेवकों एवं भाजपा नेताओं के खिलाफ ना केवल बयान दिया बल्कि पर्चे भी बंटवाए। इससे पहले केबिनेट मंत्री सरताज सिंह ने इंजीनियर्स की हड़ताल का समर्थन करते हुए मुख्यमंत्री का विरोध किया और गोपाल भार्गव ने भी यूनिवर्सिटी मामले में सरकारी फैसले के खिलाफ मैदान में उतरने की धमकी दी थी।
दरअसल नए बस स्टैंड के भूमि पूजन के दौरान भाजपा विधायक बहादुर सिंह चौहान ने RSS कार्यकर्ता और विहिप के नेताओं को बस स्टैंड के निर्माण में रोड़ा अटकाने वाला बताया। उन्होंने कहा कि, 7 साल से RSS और हिंदू संगठन के लोगों की वजह से ही बस स्टैंड का निर्माण नहीं हो पा रहा था। विधायक बहादुर सिंह जब मंच से ये बयान दे रहे थे, उसी दौरान जनता में एक पर्चा भी बांटा गया। जिसमें संघ और विहिप के नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए गए।
पर्चा कांड के बाद आरोपी आरएसएस और विहिप नेताओं व उनके समर्थकों ने भी जमकर बवाल काटा। थाने का घेराव किया और विधायक को गिरफ्तार करने की मांग। इस दौरान उन्होंने पुलिस अधिकारियों को भी धमकाया। पुलिस ने मामला जांच में लेने की बात कही है।
याद दिला दें, ये वही विधायक हैं जिनका दिसम्बर 2014 को एक आडियो वायरल हुआ था जिसमें विधायक महोदय ने कहा था कि उन्होंने करोड़ों रुपए की रिश्वत ली है लेकिन अपने लिए नहीं, भाजपा और संघ के लिए।
इसके बाद इनका एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें विधायक महोदय बार बाला के साथ नाचते हुए दिखाई दिए थे। वीडियो ग्राम कानाखेङी हरवंश मे 8-12-2014 को रिकार्ड किया गया था।