झाबुआ। वो लापता हो गया था, फिर उसकी लाश मिली। परिजनों ने अंतिम संस्कार भी कर दिया। तेहरवीं की तैयारियां चल रहीं थीं कि अचानक वो सामने आ गया। यह देख पूरा गांव खुशी से झूम उठा।
झकनावदा पुलिस चौकी क्षेत्र के तारखेड़ी में रहने वाला मुन्नालाल गामड़ 24 अक्टूबर को अपनी दूसरी पत्नी शारदा से मिलने के लिए ग्राम काजली गया था। यहां पर उसका पत्नी और उसके भाई से विवाद हो गया था।
विवाद होने पर मुन्नालाल किसी को बगैर बताया वहां से चला गया था। वहीं मुन्नालाल के कई दिनों तक घर नहीं लौटने पर पहली पत्नी भांगुडी बाई ने पिता के साथ मिलकर झकनावदा पुलिस चौकी पर उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी थी।
दो नवंबर को पुलिस को पंपावती जलाशय में एक शव मिला था। शव काफी पुराना होने की वजह उसकी शिनाख्त नहीं हो रही थी। मुन्नालाल के परिजनों को भी अज्ञात शव मिलने की सूचना दी गई थी। इस सूचना के आधार पर मौके पर पहुंची पत्नी भांगुडी बाई ने कान की बाली को आधार मानते हुए शव की पहचान मुन्नालाल के रूप में की थी।
परिजनों ने उसी दिन शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया और अब उसके नुक्ते की तैयारी चल रही थी। इसी दौरान मुन्नालाल के सामने आ गया।
मुन्नालाल ने बताया कि पत्नी से झगड़ा होने पर वह मजदूरी करने के लिए बड़नगर चला गया था। अब दिवाली मनाने के लिए वह घर लौटा है। मुन्नालाल के जिंदा लौटने की पूरे गांव में खुशियां मनाई गईं. ग्रामीणों ने हार पहनाकर उसका स्वागत किया और फिर पूरे गांव में उसका जुलूस निकाला गया।
