भोपाल। व्यावसायिक परीक्षा मंडल व्यापमं पांच से 11 दिसंबर तक जेल विभाग के करीब साढ़े आठ सौ पदों पर भर्ती कराने के लिए आॅनलाइन जेल प्रहरी की परीक्षा आयोजित कराने जा रहा है। इसमें करीब पौने दो लाख आवेदकों को शामिल होना है। इसमें करीब साठ फीसदी आवेदक ग्रामीण क्षेत्र के निवासी हैं। सवाल यह उठ रहा है कि दसवीं पास आवेदक ठीक से मोबाइल तक आॅपरेट नहीं कर पाता है तो वह आॅनलाइन परीक्षा कैसे देगा?
व्यापमं ने जेल प्रहरी की परीक्षा कराने के लिए आठ शहरों में करीब 41 परीक्षा केंद्र तैयार किए हैं। उक्त परीक्षा केंद्रों पर करीब एक लाख 73 हजार आवेदक परीक्षा देंगे। इसमें करीब साठ फीसदी आवेदक ऐसे हैं, जो ठीक से मोबाइल और केलकुलेटर भी नहीं चला पाते हैं। ऐसे में वह आॅनलाइन परीक्षा कैसे देंगे? जबकि व्यापमं ने अपनी वेबसाइट पर अपलोड की नियमावली में आॅनलाइन परीक्षा के संबंध में कोई जिक्र नहीं किया था। व्यापमं ने सिर्फ वाहवाही लूटने के चक्कर में आॅफलाइन परीक्षा के बजाए आॅनलाइन परीक्षा आयोजित कराने की व्यवस्था कर दी है।
आवेदकों के प्रवेश-पत्र जारी कर दिए गए हैं। जानकारों का मानना है कि परीक्षा के दौरान आवेदकों के साथ आॅनलाइन परीक्षा कराने वाली कंपनी यूएसटी ग्लोबल के साथ व्यापमं के अधिकारियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। वहीं आॅनलाइन व्यवस्था के चलते आवेदकों के रिजल्ट में भी काफी फेरबदल होने की संभावना बढ़ गई है। हालांकि आॅनलाइन परीक्षा कराने के लिए व्यापमं ने आवेदकों से कंप्यूटर से संबंधित कोई जानकारी भी नहीं मांगी है। आवेदक ज्यादा होने के कारण व्यापमं 22 नवंबर को परीक्षा आयोजित नहीं करा पाया है। व्यापमं ने परीक्षा की संशोधित तिथि जारी कर दी है। अब ये परीक्षा पांच से 11 दिसंबर तक चलेगी।