भोपाल। प्रदेश के 53 विभागों के 1333 पदों के लिए व्यापमं द्वारा गत 12 जुलाई को परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा के बाद ही व्यापमं ने इस बात का दावा भी किया था कि परिणाम नई प्रक्रिया के तहत एक पखवाड़े में घोषित कर दिए जाएंगे, लेकिन ठीक उलट व्यापमं चार माह बाद रिजल्ट घोषित नहीं कर पाया है।
रिजल्ट में हो रही देरी के पीछे यह जानकारी सामने आ रही है कि परीक्षा के ठीक बाद व्यापमं के कम्प्यूटर प्रोग्राम ने करीब 100 से ज्यादा उन परीक्षार्थियों को लेकर आपत्ति सामने ला दी, जो एक जैसे नाम से परीक्षा में शामिल हुए थे। कम्प्यूटर ने इन परीक्षार्थियों को फर्जी बताते हुए इनकी परीक्षा निरस्त कर दी। बताते हैं व्यापमं ने इसकी जांच के लिए विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी है। अब इस पूरे मामले को चार माह बीत जाने के बाद व्यापमं की जांच में यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि रिजेक्ट किए गए परीक्षार्थी सही थे या गलत। वहीं परीक्षा परिणाम जारी नहीं होने से उन लाखों उम्मीदवारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जो इस परीक्षा में ईमानदारी से शामिल हुए थे।
- इनपुट: राजीव शर्मा, पत्रकार, इंदौर।