जबलपुर। रेलवे के एक स्टोर कीपर ने अपने रिटायरमेंट से पहले 15 करोड़ रुपए की जमीन खरीदी है। इस खबर ने कर्मचारी वर्ग में तहलका मचा दिया है। सवाल यह है कि यदि वो इतना पैसे वाला था तो नौकरी ही क्यों की और यदि वो इतना पैसे वाला नहीं था तो इतना पैसा आया कहां से।
जीसीएफ के एक सेवानिवृत्त कर्मचारी के पास एक या दो एकड़ नहीं बल्कि पूरे साढ़े बारह एकड़ जमीन होने की शिकायत सीबीआई एसपी को की गई है। सम्पत्ति की वर्तमान कीमत का आकलन करीब 15 करोड़ रुपए के आसपास किया जा रहा है। टेमर भीटा निवासी मेवालाल और उनकी पत्नी राधा देवी यादव की इस सम्पत्ति की जांच करने सीबीआई को शिकायत की गई है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक सीबीआई के नाम की गई शिकायत में कहा गया है कि जीसीएफ में स्टोर कीपर के पद से सेवानिवृत्त होने वाले मेवालाल यादव के पास नौकरी में रहने के दौरान भी इतनी सम्पत्ति नहीं थी, जो अचानक नौकरी के अंतिम समय में आ गई। वर्ष 2012 में सेवानिवृत्त हुए यादव ने नौकरी के अंतिम तीन साल में करीब 12.68 एकड़ और उनकी पत्नी राधा यादव के पास करीब 1.25 एकड़ जमीन दर्ज होना पाई गई है। जिसका वर्तमान बाजार मूल्य 15 करोड़ रुपए के अासपास आंका जा रहा है। ये सभी जमीनें तिलहरी अौर खमरिया तहसील की उमरिया हल्का और उसके आसपास के खसरा में दर्ज है। जो सिंचित होने के साथ पहाड़ी एरिया में भी है।
पत्नी के नाम जमीन
सूत्र बताते हैं कि शिकायत में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि मेवालाल यादव की पत्नी के नाम भी करीब सवा एकड़ जमीन है, जिसमें तहसील तिलहरी के पहनं 16 में ही 0.500 हैक्टेयर दर्ज है। पत्नी के करोड़ाें रुपए की जमीन होने की शिकायत सीबीआई को दी गई है।
कहां से आई सम्पत्ति
सूत्रों के अनुसार शिकायत में सम्पत्ति की जांच के साथ ही यह कहा गया है कि विभाग इन सम्पत्तियों के साथ ही इस बात की जांच करें कि आखिर इनके पास इतनी बड़ी मात्रा में सम्पत्ति आई कहां से और किस माध्यम से इसकी खरीदी की गई है।
मुझे कुछ नहीं कहना
इस संबंध में जब मेवालाल से सम्पत्ति के बारे में पूछा गया तो उन्होंने साफ कहा कि इस बारे में मुझे कुछ नहीं कहना।
शिकायत की जांच होगी
फैक्टरी कर्मी की सम्पत्ति बावत शिकायत की जांच कराई जाएगी।
मनीष सुरती, एसपी सीबीआई