नईदिल्ली। बिहार में चुनकर आए 243 विधायकों में से 142 दागी निकले। इनके खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। 90 विधायकों के खिलाफ तो हत्या, किडनेपिंग, हत्या के प्रयास, साम्प्रदायिकता भड़कानें और महिलाओं के खिलाफ अपराध जैसे संगीन मामले दर्ज हैं। खुलासा इलेक्शन वाच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म्स (एडीआर) के अध्ययन में हुआ।
इस अध्ययन के मुताबिक, अपने खिलाफ आपराधिक मामले बताने वाले 142 विधायकों में से 70 (49 फीसदी) ने बताया है कि अदालत उनके खिलाफ पहले ही आरोप तय कर चुकी है। 11 विधायकों पर हत्या या हत्या के प्रयास का मामला दर्ज है। इनमें से चार राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के हैं। 2010 के चुनाव में जीते 228 विधायकों में से 76 (33 फीसदी) पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे।
पार्टियों के आंकड़े इस प्रकार हैं
58 फीसदी- आरजेडी के कुल 80 विधायकों में से 46 आपराधिक पृष्ठभूमि वाले हैं।
52 फीसदी- जेडीयू के कुल 71 विधायकों में से 37 आपराधिक पृष्ठभूमि वाले हैं।
64 फीसदी- बीजेपी के कुल 53 विधायकों में से 34 आपराधिक पृष्ठभूमि वाले हैं।
59 फीसदी- कांग्रेस के कुल 27 विधायकों में से 16 आपराधिक पृष्ठभूमि वाले हैं।
100 फीसदी- एलजेपी के दोनों विधायक आपराधिक पृष्ठभूमि वाले हैं।
