ग्वालियर। एसआईटी रिकार्ड के अनुसार व्यापमं के जो आरोपी लगातार फरार चल रहे थे। जिन्हे तलाशने में एसआईटी ने लाखों रुपए और कई अफसरों को खर्च कर डाला वो अब सीबीआई के सामने खुद आकर अपने बयान रिकार्ड करा रहे हैं। अब तक 400 आरोपी बयान दर्ज करा चुके हैं।
सवाल यह है कि क्या कारण है जो वो लोग एसआईटी से बचकर भाग रहे थे और क्यों सीबीआई के सामने खुद पेश हो रहे हैं।
सीबीआई के चंबल रेस्ट हाउस कार्यालय में आरोपी लगातार अपने बयान दर्ज करा रहे हैं। सीबीआई की ओर से इन आरोपियों को निर्देश दिया जा रहा है कि वे आगे भी पूछताछ में सहयोग करें। पीएमटी फर्जीवाड़ा के 2008 बैच का आरोपी वरुण शर्मा 25 फरवरी से पुलिस हिरासत में है, लेकिन एसआईटी आरोपी के पिता जनमेजय शर्मा को गिरफ्तार नहीं कर सकी। अधिवक्ता एआर शिवहरे ने बताया कि आरोपी जनमेजय शर्मा ने सीबीआई के समक्ष पेश होकर अपनी गवाही दे दी है।
आरोपी पिता को जुलाई 2014 से ढूंढ रही थी पुलिस
पीएमटी फर्जीवाड़ा के आरोपी 2005 बैच के विशाल यादव को एसआईटी ने 31 जुलाई 2014 को पुलिस हिरासत में ले लिया। तभी से पुलिस आरोपी के पिता मानसिंह यादव को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है। आरोपी की ओर से दायर जमानत याचिका भी कोर्ट ने खारिज कर दी थी, लेकिन एसआईटी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी। आरोपी ने सीबीआई के समक्ष स्वयं पेश होकर अपना बयान दर्ज कराया।
सीबीआई के समक्ष उपस्थित होने के लिए तैयार हैं और भी आरोपी
पीएमटी फर्जीवाड़ा का 2009 बैच का आरोपी संतोष जौहरी दिसंबर 2014 से पुलिस हिरासत में है। एसआईटी आरोपी के पिता सामंत लाल जौहरी को भी पूछताछ के लिए गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही थी, लेकिन आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। अब आरोपी सामंत लाल जौहरी स्वयं ही सीबीआई के समक्ष बयान देने को तैयार है।
फरार आरोपी स्वयं आ रहे हैं
पीएमटी फर्जीवाड़ा के कुछ फरार आराेपी स्वयं आकर सीबीआई को जांच में सहयोग कर रहे हैं। इनके बयान सीबीआई ने दर्ज कर लिए हैं। सीबीआई प्रारंभिक चरण में किसी को भी गिरफ्तार नहीं कर रही है।
विवेक खेड़कर
असिस्टेंट सॉलिसीटर जनरल ऑफ इंडिया