सागर। जिस युवक के साथ हुई मारपीट की एफआईआर दर्ज करने से पुलिस ने शुक्रवार की रात इनकार कर दिया था, उसका शव शनिवार सुबह रेलवे पटरी पर मिला। पुलिस की कार्यप्रणाली से नाराज परिजनों ने स्थानीय निवासियों को साथ लेकर पोस्टमार्टम के बाद पुलिस थाने के सामने शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। घटना पद्माकर नगर थाना के सामने दोपहर 12 बजे की है।
थमे रहे वाहनों के पहिए
दो घंटे चला प्रदर्शन की वजह से मकरोनिया-स्टेशन मार्ग पर वाहनों के पहिए थमे रहे। हमलावरों के पर केस दर्ज होने के बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ। परिजनों ने आरोप लगाया है कि कुछ युवकों ने पान दुकान पर 150 रुपए की उधारी के विवाद पर युवक की हत्या करने के बाद शव को रेल ट्रेक पर फेंक दिया।
यह है मामला
थाना क्षेत्र अंतर्गत गम्मेरिया निवासी मृतक के पिता अमान अहिरवार ने बताया कि शुक्रवार की रात क्षेत्रीय निवासी एक ही परिवार के यशवंत अहिरवार, रूपेश, पुरुषोत्तम उर्फ परसू, हरीश, बृजेश अहिरवार अपने दोस्त अमर गौतम के साथ उसके घर पहुंचे और पान दुकान पर हुई उधारी का विवाद सुलझाने के बहाने उसके छोटे बेटे सोहन उर्फ बंटी 19 को लेकर चले गए। कुछ देर बाद पता चला कि उन्होने बंटी पर रॉड व लाठियों से हमला कर दिया है।
अपशब्द बोलते हुए FIR दर्ज करने से इनकार
घर के सदस्य जब मौके पर पहुंचे तो वहां कोई नहीं मिला और बंटी भी गायब था। बंटी के लापता होने व मारपीट की शिकायत करने के लिए परिवार के सदस्य जब पद्माकर थाने पहुंचे तो मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने अपशब्द बोलते हुए एफआईआर दर्ज करने से इनकार कर दिया और थाने से निकल जाने को कहा। परिजन रात भर बंटी की तलाश करते रहे लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। शनिवार की सुबह लगभग 8 बजे युवक का शव मकरोनिया रेलवे स्टेशन के समीप पटरी पर पाया गया।
उधारी का विवाद
अमान ने आरोप लगाते हुए बताया कि गम्मेरिया में रूपेश पान का ठेला चलाता है। जहां बंटी की 150 रुपए उधारी थी। पूर्व में बंटी 100 रुपए जमा कर चुका था और उसे मात्र 50 रुपए रूपेश को देने थे लेकिन रूपेश बार-बार 150 रुपए की मांग कर बंटी को परेशान करता था। शुक्रवार की रात हमलावर उधारी का निपटारा करने के लिए बंटी को साथ लेकर गए थे।
पटरी पर फेंकी लाश
चार भाईयों में सबसे छोटे बंटी की हत्या करने के बाद आरोपियों ने शव रेलवे की पटरी पर फेंक दिया था ताकि हत्या को आत्महत्या या फिर हादसा बताया जा सके। मृतक के पिता ने कहा कि मारपीट की खबर को पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया जिसके चलते बंटी को जान से हाथ धोना पड़ा। यदि पुलिस रात में ही सक्रिय हो जाती तो संभवत: बंटी की जान बचाई जा सकती थी।
पर्स से हुई शिनाख्त
पुलिस का कहना है कि रेलवे पटरी पर युवक का शव मिलने की सूचना पर जीआरपी के जवान मौके पर पहुंचे और पेंट की जेब में रखे पर्स के दस्तावेजों से बंटी की पहचान हो पाई। मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई थी और कुछ लोगों ने बंटी के परिजनों को मौत की सूचना दी।
मृत युवक के परिजनों ने शुक्रवार की रात पुलिस थाने में मौखिक शिकायत की थी उनके बेटे के साथ मारपीट की गई है। पुलिस ने कहा कि घायल को थाने लाकर एफआईआर दर्ज कराई जाए। शनिवार की सुबह युवक का शव रेलवे लाइन पर पाया गया। मामले की जांच की जा रही है।
पीके मिश्रा, टीआई, पदमाकर