भोपाल। डॉ. हरीसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर के भर्ती घोटाले में सीबीआई डेढ़ साल बाद अब चालान पेश करने की तैयारी कर रही है। घोटाले में कई दिग्गज निशाने पर हैं। भर्ती के अलावा करोड़ों की खरीदी और निर्माण कार्य की पड़ताल चल रही है। घोटाले को लेकर सीबीआई सात एफआईआर दर्ज कर चुकी है। जांच अगले माह तक पूरी कर चालान पेश किया जाएगा।
छानबीन की प्रक्रिया शुरू हुए करीब डेढ़ साल होने को है। सीबीआई ने विश्वविद्यालय के करीब तीन दर्जन विभागों के मामले छानबीन में रख लिए हैं, लेकिन अभी सात ऐसे मामलों पर ही पड़ताल चल रही है जिनमें घोटाले और फर्जीवाड़े के संदर्भ में ठोस साक्ष्य मिले हैं। मामले में मुख्य आरोपी बनाए गए पूर्व कुलपति प्रो एनएस गजभिये को इसी साल फरवरी में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। 94 दिन तक जेल में रहने के बाद मई में गजभिए जमानत पर रिहा हो गए थे। अब सीबीआई के सामने छह माह के भीतर चालान पेश करने का दबाव है।