बैतूल। सतपुड़ा के जंगल से गायब हुए बाघ के मामले में वन विभाग के स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने एक महीने तक चली जांच के बाद चौंकाने वाला खुलासा किया है। एसटीएफ की रिपोर्ट में बताया गया है कि इस बाघ को छिंदवाड़ा में ले जाकर मारा गया। मारने वालों में सरकारी स्कूल के एक शिक्षक समेत 13 लोग गिरफ्तार कर लिए गए हैं।
प्रधान मुख्य वनसंरक्षक ने एक अंग्रेजी अखबार को बताया, 'बाघ के शिकार के मामले में 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सभी आरोपियों ने बाघ की खाल पर बैठकर पूजा करने के लिए उसे जहर देकर मारा। जांच में यह तथ्य भी सामने आया है कि आरोपियों ने बाघ की चर्बी से तेल निकाला और उसे महंगे दामों पर बेच दिया।'
जादू-टोने की वजह से मारे गए बाघ को दो साल पहले ही बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से सतपुड़ा लाया गया था। उसकी लोकेशन ट्रेस करने के लिए रेडियो कॉलर भी लगाया गया था। माना जा रहा है कि इसी आधार पर एसटीएफ ने आरोपियों को ढूंढ निकाला।