लवकुश नगर/छतरपुर। छतरपुर जिले की लवकुशनगर तहसील प्रांगण के बाहर सात सूत्रीय मांगो को लेकर तीन दिन से धरने पर बैठे किसानों का गुस्सा चरम पर था। सैकड़ों की संख्या में गांव गांव से आये किसानों ने जमकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर अपनी भड़ास निकाली।
राज भारतीय उर्फ़ हलके यादव के नेतृत्व में लवकुशनगर क्षेत्र के किसानो ने मुख्यमंत्री के नाम एस डी एम् को एक माह पूर्व ज्ञापन सौंपा था। जिसमे उनकी प्रमुख मांगे अभी तक पूरी नही हुई और इसी के चलते क्षेत्र के किसान तीन दिवसीय हड़ताल पर बैठे थे। बीते रोज उनकी हड़ताल का आखिरी दिन था।
क्षेत्र के गांव गांव से आये सैकड़ों किसानो ने अपना मांगपत्र एसडीएम को सौपा। इसी दौरान गुरुवार को किसानो की भीड़ ने न सिर्फ प्रदर्शन कर प्रशासन के खिलाफ अपनी भड़ास निकाली बल्कि ये चेतावनी भी दी कि अगर प्रशासन किसानो की अनदेखी करेगा तो उग्र आंदोलन किया जायेगा।
किसानो की मांगो में सूखे की मुआवजा राशि 20 हजार प्रति हेक्टेयर के हिसाब से दी जाना, सूखे का सर्वे खेतों में जाकर किया जाना, आवारा पशुओं के लिए गांव में कांजी हॉउस की व्यवस्था व हर गांव में कम से कम चार हैंडपंप लगवाया जाना प्रमुख है। किसान नेता राज भारती उर्फ़ हल्के भैया का कहना है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री किसानों के साथ मजाक कर रहे हैं। उनकीं जगह उत्तरप्रदेश में किसानों को मुआवजा दिया जा चुका है जबकि मध्यप्रदेश में हर बार की तरह सर्वे के नाम पर लेट लतीफी की जा रही है। वहीँ इस सारे मसले पर एसडीएम लवकुशनगर एच के धुर्वे ने जहाँ किसानो से धैर्य रखने की अपील की वहीँ 15 दिनों में किसानो की मांगों पर अमल कराये जाने के प्रयास की बात की।
